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योगी सरकार के फैसलों से बड़े बदलाव की आहट

👤 admin5 | Updated on:18 Jun 2017 3:29 PM GMT
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मृत्युंजय दीक्षित

प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार अपने फैसलों के चलते अब पदेश के हर विभाग और हर क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन की आहट सुनाई पड़ने लग गई है। यह बात सही है कि अभी नई सरकार बनी है और वह केवल अभी पुरानी देनदारी को ही निपटाने में लगी है। पदेश सरकार अभी बहुत ही आरंभिक अवस्था में हैं लेकिन अपने फैसलों के चलते वह जनता का दिल जीतने का भरसक पयास कर रही है। सरकार ने कम से कम अपने फैसलों से यह जता दिया है कि इस सरकार में अपराधियों, भ्रष्टाचारियें तथा दलालों की कहीं दाल नहीं गलने वाली है वह चाहे जितनी साजिशें कर डालें। सरकार पूरी ताकत के साथ चुनावों के दौरान जनता के साथ किए वादों को पुरा करने में जुट गई है। सरकार व पदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ छोटे छोटे कदम उ"ा रही है लेकिन वह भी बड़े बदलाव लाने के लिए।

प्रदेश सरकार अब ऑनलाइन पणाली को अपनाने जा रही ही है जिसके कारण हर विभाग में पारदर्शिता आ जाएगी तथा सभी विभागों के टेंडर आदि अब ऑनलाइन होने के कारण भ्रष्टाचार की गूंज समाप्त हो जाएगी। सरकार व शासन की कार्यशैली में एक बड़ा बदलाव महसूस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री खुद जन सुनवाई कर रह हैं तथा मंत्रियों व अन्य अधिकारियों ने भी जन सुनवाई का काम आरंभ कर दिया है। मुख्यमंत्री जिलों का भ्रमण भी कर रहे हैं तथा वहीं पर स्थलीय समीक्ष भी कर रहे हैं। यह उनकी कार्यशैली का मुख्य अंग है। यह जारी रहेगा और सौ दिन बात उन्होंने कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी दी है। ऐसा पहली बार हो रहा हे कि मुख्यमंत्री कार्यालयों में जाकर समीक्षा बै"क कर रहे हैं तथा पस्तुतीकरण में मंत्री व अफसर साथ में बै" रहे हैं। सभी को सौ दिन का लक्ष्य दिया गया है। मुख्यमंत्री की कार्यशैली की प्रशंसा हो रही है। आईआईएम लखनऊ के प्रोफेसर हिमांशु राय का कहना है कि यह मैनेजमेंट की दृष्टि से बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मंत्री व आईएएस कम से कम साथ बै" तो रहे हैं। पदेश सरकार किसानों को बड़ी राहत दे चुकी है तथा उसकी कार्ययोजना भी बन गई है। गन्ना किसानों के बकाये पर 248 करोड़ ब्याज देने के फैसले ने बड़ी तादाद में किसानों को राहत दी है। गेहूं खरीद में पहली बार किसानों को भ्रष्टाचारमुक्त सीधा लाभ हो रहा है। सरकार की गतिविधयों के कारण ही विपक्षी दलों में यह डर बै" गया है कि यदि भाजपा सरकारें के अपने लक्ष्य की पूर्ति करने में सफल हो गई तो उनकी राजनीति ही समाप्त हो जाएगी। यही कारण है कि अशिक्षित किसानों को फर्जी भड़काकर किसान आंदोलन का हौवा खड़ा किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार युवाओं से लेकर पर्यटन के विकास सही सभी को 24 घंटे बिजली देने के वादे पर भी काम कर ही है। पदेश सरकार पुलिस तंत्र के साथ मिलकर प्रदेश को अपराध से जड़मुक्त समाप्त करने के लिए भी कृतसंकल्प है। सरकार सबको समान व उच्च क्वालिटी की शिक्षा देने के लिए भी वचनबद्ध है। यही कारण है कि अब सरकार शिक्षा जगत में व्यापक परिवर्तन करने ज रही है। सरकार ने बोर्ड में एनसीआरटी की किताबे को पढ़ाने का निर्णय किया है। प्रदेश सरकार ने महापुरुषों की जयंती पर होने वाले अवकाशों को बंद करने करने का निर्णय लेते हुए कहा है कि अब महापुरुषों की जयंती पर होने वाले अवकाश की जगह बच्चों को उनके बारे में जानकारी दी जाएगी। सरकारी पाठ्यक्रमों में योग व महापुरुषों को शामिल करने की जोरदार तैयारी चल रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार ने तय किया है कि अब छोटे बच्चों के स्कूलों में शनिवार को पढ़ाई नहीं हुआ करेगी अपितु खेलकूद व ज्ञान पतियोगिताओं आदि का आयोजन हुआ करेगा।

प्रदेश के मुख्यमंत्री का हर बै"क में यही कहना है कि राज्य सरकार जनता को संवेदनशील, पारदर्शी तथा भ्रष्टाचारमुक्त प्रशासन उपलब्ध कराने के लिए पतिबद्ध है। सरकार की सर्वोच्च पाथमिकता है कि कानून व्यवस्था, विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों से सख्ती से निपटने का निर्देश दे रखा है। सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि अपराधियों को संरक्षण देने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए। मुख्यमंत्री का कहना है कि अपराध पर नियंत्रण के लिए पैदल गश्त, पेट्रोलिंग आदि को बढ़ावा दिया जाए। इसमें महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों समेत डकैती, लूट व हत्या जैसे गंभीर अपराधों पर पभावी नियंत्रण किया जाए।

यह बात सही है कि पदेश में अपराध का बहुत तेजी से बढ़ा है लेकिन जिस तेजी से बढ़ा है पुलिस बल पर सरकार का दबाव काम भी कर रहा है तथा अपराधियों पर कार्यवाही भी हो रही है। अभी जिस पकार से सपा, बसपा व कांग्रेस सहित अन्य दल भाजपा को हर हाल मे उखाड़ फेंकने के लिए एक हो जाते हैं उसी पकार हर वर्ग का अपराधी समूह भी एक हो गया है तथा मुख्यमंत्री की चेतावनी को अपराधियों ने भी स्वीकार कर लिया है। यही कारण है कि आज पदेशभर में एकाएक हर पकार के अपराधों में बाढ़-सी आ गई है। जिन लोगों को अपनी राजनैतिक पराजय स्वीकार नहीं है वह लोग प्रदेशभर में जातीय व सांप्रदयिक तनाव का वातावरण पैदा करके सामाजिक समरसता को भंग करने का पयास कर रहे हैं। विगत दिनों रामपुर में छेड़छाड़ की एक बड़ी वारदात की घटना घटित हुई थी जिसमें पीड़ित युवतियां पिछड़े समुदाय की थीं और छेड़खानी करने वाले सभी आरोपी मुसलमान थे। जब उक्त वारदात में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया तब सेकुलर दलों के तथाकथित मीडिया ने वह खबर ही दिखानी बंद कर दी। ऐसा कई घटनाओं के साथ हो चुका है। बरेली व मथुरा आदि में जब पुलिस ने बड़ी घटनाओं का खुलास कर दिया और सभी अपराधी पकड़े गए तब टीवी मीडिया वह खबरें दिखाना ही बंद कर देता है। राजधानी लखनऊ व उसके आसपास गैंगरेप की कुछ शर्मनाक वारदातें तो हुई लेकिन उन पर त्वरित कार्यवाही भी की गई है। पुलिस पणाली व कार्यशैली में बदलाव आ रहा हैं। अभी तो पुलिस विभाग में विगत 27 साल से बहुत से अधिकारियों ने बहुत मलाई खाई है। यह मलाई खाने वाले लोग जब पूरी तरह से किनारे कर दिए जाएंगे तब उत्तर पदेश में राम राज्य अवश्य आएगा। अभी तो पुलिस विभाग ने अपने कारनामों से योगी जी को कुछ हद तक हैरान कर रखा है लेकिन यह अधिक दिनों तक नहीं चलने वाला। सौ दिन बाद सभी की खबर ली जाने वाली हैं।

प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता की शिकायतों का समय से निपटारा करने के लिये नया फीडिंग सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया है कि आईएएस अधिकारी की तैनाती मुख्यमंत्री कार्यालय में की गई है जो कि शिकायतों का उचित समय में निपटारा सुनिश्चित करेगा। विभिन्न माध्यमों से मिल रही जन शिकायतों को समयसीमा के भीतर निपटारा करने का निर्देश दिया गया है। योगी का साफ कहना है कि जनता की समस्याओं के समाधान में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिम्मेदार लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा। मुख्यमंत्री ने हाल ही में खराब पदर्शन कर रहे 10 जिलों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा था। इन जिलों में लखनऊ, हरदोई, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद, सीतापुर, आगरा, जौनपुर और लखीमपुर खीरी जिलों मे जन सुनवाई की शिकायतों के निपटारे के मामले में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री जिस पकार से समीक्षा बै"कों के दौरान असमाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने का स्पष्ट संदेश दे रहे हैं वह अपने आप में ऐतिहासिक हैं। राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि सपा-बसपा के शासनकाल में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी। असमाजिक तत्वों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त था। प्रदेश में विकास "प्प पड़ा था। गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, अराजकता तथा जातिवाद व तुष्टिकरण की राजनीति का चरम सीमा तक बोलबाला था। प्रदेश को भयावह परिस्थितियों से निकालने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार कर रही है। प्रदेश के ऊर्जा शिक्षा व स्वास्थ्य खनन नीति सभी को भ्रष्टाचार मुक्त होने में समय तो लगेगा ही। अब पदेश मे बिजली चोरी को रोकने के लिए पहली बार अलग से थाने बनने जा रहे हैं तथा बिजली विभाग की अपनी पुलिस भी होगी।

ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग से अन्य विभागों से 10 हजार करोड़ रुपए वसूलने के निर्देश दिए हैं यह पदेश के इतिहास मे पहली बार हेने जा रहा हैं। केंद्र सरकार ने भी पदेश में सड़कों व पुलों आदि के निर्माण के लिए भारी-भरकम खजाना खोल ही दिया है। यह मुख्यमंत्री की सख्ती का ही असर है कि अफसरों ने जनसुनवाई पारंभ भी कर दी है। वहीं बहुत से अफसर अभी भी समझ नहीं पा रहे हैं। बै"कों में ही अफसरों को डांट पड़ने लग गई है। मुख्यमंत्री कलेक्टेट में सीधे पहुंचकर बै"क कर रहे हैं। आज पदेश सरकार व मुख्यमंत्री जिन तेवरों के साथ काम कर रहे हैं इससे कुछ समय बाद ही परिवर्तन अवश्य आएगा तथा उत्तर पदेश उत्तम प्रदेश बनकर रहेगा।

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