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अमेरिका ने उत्तर कोरियाई प्रोग्रामर को वानाक्राई और अन्य बड़े साइबर हमले करने का आरोपी बनाया

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:7 Sep 2018 5:31 PM GMT
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वाशिंगटन, (भाषा)। अमेरिका में एक व्यक्ति पर वानाक्राई रैंसमवेयर से 150 देशों में कम्प्यूटरों पर हमला करने और बांग्लादेश में 8.1 करोड़ डॉलर की बैंक चोरी करने समेत दुनियाभर में बड़े साइबर हमले करने के आरोप लगाए गए हैं। आरोपी कम्प्यूटर प्रोग्रामर कथित तौर पर उत्तर कोरियाई सरकार के लिए काम कर रहा है।

न्याय विभाग ने आ" जून को दायर की गई आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया कि प्रोग्रामर पार्क जिन ह्योक उत्तर कोरियाई सरकार की अगुवाई में व्यापक स्तर पर कई वर्षों की साजिश में शामिल था तथा उसने कई साइबर हमले किए। यह आपराधिक शिकायत गुरूवार को पहली बार सार्वजनिक की गई।

पार्क पर कम्प्यूटर धोखाधड़ी और दुरुपयोग की साजिश तथा वित्तीय धोखाधड़ी के षडयंत्र का आरोप लगाया गया है।

न्याय विभाग ने आरोप लगाया कि पार्क सरकार प्रायोजित हैकिंग टीम का हिस्सा है जिसे निजी क्षेत्र में लजारस ग्रुप के नाम से जाना जाता है और वह उत्तर कोरिया सरकार के दुर्भावनापूर्ण साइबर हमलों में मदद करने के लिए सरकारी कंपनी चोसुन एक्स्पो ज्वाइंट वेंचर के लिए काम करता है।

ऐसा माना जा रहा है कि पार्क उत्तर कोरिया में है। उस पर 2017 में वानाक्राई 2.0 वैश्विक रैंसमवेयर हमले करने, 2016 में बांग्लादेशी बैंक से 8.1 करोड़ डॉलर चोरी करने, 2014 में सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट पर हमला करने तथा कई अन्य साइबर हमले करने का आरोप है।

वानाक्राई रैंसमवेयर वायरस ने 150 देशों में कम्प्यूटरों पर हमला किया था और ब्रिटेन की हेल्थकेयर प्रणाली आंशिक रूप से "प हो गई थी।

एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर व्रे ने कहा, इस समूह के काम बहुत खराब है क्योंकि वे दुनियाभर में सरकारी और निजी उद्योगों को निशाना बनाते हैं, अरबों रुपये चुराते हैं, अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने की धमकी देते हैं और अस्पताल प्रणाली को नुकसान पहुंचाते हैं।

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