वेदों में गहरी पैठ है जलवायु पर गंभीर प्रतिबद्धता : मोदी ने गुतारेस से कहा
संयुक्त राष्ट्र, (भाषा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से कहा कि जलवायु को लेकर उनकी गंभीर प्रतिबद्धता पुरातन हिन्दू ग्रंथ वेदों में निहित है।
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर मोदी और गुतारेस की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों ने जलवायु परिवर्तन और पेरिस जलवायु समझौते के लिए भारत के समर्थन पर बातचीत की।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने पेरिस समझौते में भारत के सहयोग को बढ़ाने संबंधी मोदी की प्रतिबद्धता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। गुतारेस ने इस वर्ष महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर के वक्त अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भी इस विषय पर मोदी से बातचीत की थी। अपनी यात्रा के दौरान गुतारेस ने 2018 में नीतिगत नेतृत्व के लिए मोदी को संयुक्त राष्ट्र चैम्पियंस ऑफ अर्थ अवार्ड दिया था।
पोलैंड में सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान गुतारेस ने कहा,यह सिर्फ इसाइयत में नहीं है, मैं हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी से बात कर रहा था। जब उनसे पूछा कि जलवायु को लेकर उनकी गंभीर प्रतिबद्धता के लिए उनकी प्ररेणा क्या है, उन्होंने कहा यह सबकुछ हिन्दू धर्म की मूल पुस्तकों, वेदों में निहित है। मुझे लगता है कि यह सभी धर्मों में है...।
उनसे पूछा गया था कि क्या जलवायु परिवर्तन से लड़ने में धर्म की कोई भूमिका हो सकती है।
गुतारेस और पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज की ओर से संयुक्त रूप से जारी बयान का ट्रांसक्रिप्ट यहां संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता कार्यालय द्वारा जारी किया गया है।