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कमजोर, अस्थिर अफगानिस्तान को तरजीह दे सकता है पाक: रिपोर्ट

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:18 Jan 2019 3:17 PM GMT
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वाशिंगटन, (भाषा)। अमेरिकी कांग्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक मजबूत, एकीकृत अफगानिस्तान के बजाय पाकिस्तान कमजोर और अस्थिर अफगानिस्तान को तरजीह दे सकता है। रिपोर्ट में अफगानिस्तान के साथ गहन रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने में भारत की कम दिलचस्पी पर भी रोशनी डाली गयी है।

अफगानिस्तान ः पृष्"भूमि एवं संक्षेप में अमेरिकी नीति शीर्षक से कांग्रेशनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की यह रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आयी है जब ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ शांति वार्ता के लिये प्रयासों को बढ़ा दिया है और इसके लिये उसने पाकिस्तान से मदद मांगी है।

अफगानिस्तान मामलों पर अमेरिका के विशेष राजदूत जलमय खलीलजाद ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पाक विदेश सचिव के साथ बातचीत की। तालिबान एवं अफगानिस्तान सरकार के बीच आमने-सामने की पहली वार्ता आयोजित करने के अपने प्रयासों के तहत अफगानिस्तान में व्यापक चर्चा के बाद इस्लामाबाद में दोनों अधिकारियों की यह बै"क हुई।

खलीलजाद इस्लामाबाद इसलिए आये थे ताकि वह अफगानिस्तान में 17 साल से चले आ रहे युद्ध को खत्म करने की खातिर तालिबान को बातचीत की मेज पर लाने के लिये उसे रजामंद करने में पाकिस्तान की मदद मांग सकें।

बृहस्पतिवार को सांसदों के लिये जारी अपनी रिपोर्ट में सीआरएस ने कहा, एक मजबूत, एकीकृत अफगानी राज्य (खासतौर पर काबुल में पश्तून बहुल सरकार की अगुवाई में) के बजाय पाकिस्तान एक कमजोर और अस्थिर अफगानिस्तान को तरजीह दे सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में अफगानी शरणार्थियों की विशाल आबादी और लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को लेकर अफगानिस्तान-पाकिस्तान के संबंधों में और जटिलता आ गयी है, जिन्हें लेकर कई बार हिंसा भड़की है।

रिपोर्ट की एक प्रति पीटीआई के पास उपलब्ध है।

इसके अनुसार अफगानिस्तान में भारत की दिलचस्पी पाकिस्तान के साथ उसकी व्यापक क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता के कारण है, जो मध्य एशिया के साथ मजबूत और अधिक प्रत्यक्ष वाणिज्यिक एवं राजनीतिक संबंध स्थापित करने के भारतीय प्रयासों को बाधित करता है।

रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान के पुननिर्माण में भारत एक बड़ा क्षेत्रीय सहयोगी रहा है लेकिन उसने अफगानिस्तान के साथ गहरे रक्षा संबंध को आगे बढ़ाने में कभी दिलचस्पी नहीं दिखायी है।

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