बगदाद में 24 घंटे में दूसरा हमला, अमेरिकी दूतावास के पास दागे गए रॉकेट, शिया विद्रोहियों पर शक
इराक में अमेरिकी बेस पर ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले के 24 घंटे के भीतर राजधानी बगदाद के सबसे सुरक्षित इलाके ग्रीन जोन में दो रॉकेट दागे गए. इस इलाके में अमेरिका समेत दुनिया के विभिन्न देशों के दूतावास हैं. कहा जा रहा है कि अमेरिकी दूतावास के पास हमला किया गया. इस इलाके को इराक में सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है. फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. खास बात ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान को चेतावनी देने के बाद ये रॉकेट हमला हुआ.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के हमले के बाद बुधवार को राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी बेस पर ईरान के हमले के बावजूद सभी सैनिक सुरक्षित हैं और कोई नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी दोहराया कि जब तक वह अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, ईरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर पाएगा.
ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, "कल रात के हमले में सभी नागरिक और सैनिक सुरक्षित हैं. हमारी सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार है. ईरान का पीछे हटना पूरी दुनिया के लिए एक अच्छा संकेत है. मैं अमेरिका के सभी सैनिकों की हिम्मत को सलाम करता हूं. ईरान आतंक का केंद्र है और दुनिया को परमाणु हमले की धमकी देता रहता है. हमने इसे खत्म करने की कोशिश की है. मेरे निर्देश पर अमेरिकी सेना ने जनकल कासिम सुलेमानी को मारा. उन पर कई तरह के अत्याचारों का आरोप था. उन्होंने कई अमेरिकियों की हत्या की और आगे भी ऐसा ही करना का इरादा था. सुलेमानी को पहले ही मार देना चाहिए था. सुलेमानी राक्षस था."
ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का संकेत देते हुए ट्रंप ने कहा, "ईरान पर प्रतिबंध जारी रहेंगे. नए आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए जांएगे. जब तक ईरान शांति की राह पर नहीं आता. ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम छोड़ना होगा. रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस को ये सच्चाई समझनी होगी. हमें मिलकर ईरान से लड़ना होगा ताकि दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और शांत बनाया जा सके. आज मैं नाटो को बोलने वाला हूं वो मध्य एशिया में ज्यादा काम करें."