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अमेरिका-चीन विवाद में टिकटॉक पर माइक्रोसॉफ्ट की जगह ओरेकल की उम्मीदें बढ़ीं

👤 manish kumar | Updated on:14 Sep 2020 10:04 AM GMT

अमेरिका-चीन विवाद में टिकटॉक पर माइक्रोसॉफ्ट की जगह ओरेकल की उम्मीदें बढ़ीं

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लॉस एंजेल्स । टिकटॉक और ओरेकल का अमेरिका में बिज़नेस पार्टनर होना क़रीब क़रीब तय हो गया है। अमेरिका में 'टिकटॉक' की सम्पति और कार्य संचालन की बिक्री के लिए अभी तक दो बड़े ख़रीदार- माइक्रोसॉफ्ट और ओरेकल मैदान में थे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 सितंबर तक टिकटॉक की बिक्री अथवा प्रतिबंध लगाए जाने संबंधी कार्यकारी आदेश जारी किया था। यह घड़ी जैसे जैसे समीप आने लगी, ट्रम्प ने ओरेकल और टिकटॉक को एक बेहतर पार्टनर बताना शुरू किया था।

रविवार को माइक्रोसॉफ्ट ने एक ब्लाग पोस्ट में कहा कि अमेरिकी और चीन विवाद में अब 'टिकटॉक' एप ख़रीदने की उनकी सभी संभावनाएँ ख़त्म हो गई हैं। वह एक बड़ी टेक कंपनी है। वह 'टिकटॉक' के बारे में देशहित में सुरक्षा संबंधी सवालों का उपाय बेहतर तरीक़े से करने में सक्षम हैं। ब्लॉग में ओरेकल की ओर से ख़रीद पर तो कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं है लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के इस ख़रीद/फ़रोख़्त से हटने के बाद ओरेकल एक मात्र दावेदार बच गया है। ओरेकल ने अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। टिकटॉक की चीनी पैतृक कंपनी 'बाइटडाँस' ने भी टिप्पणी से इनकार किया है।

अमेरिका में टिकटॉक सम्पत्ति और मौजूदा ऑपरेशन बेचने की प्रक्रिया को लेकर चीन की शी जिनपिंग सरकार ने आपत्ति दर्ज की है। चीन के एक वाणिज्य अधिकारी की ओर से कहा जा रहा है कि बाइटडाँस से संबद्ध 'टिकटॉक' को किसी विदेशी कंपनी को नहीं बेचा जा सकता। इसके लिए चीनी प्रशासन ने टिकटॉक के बेचे जाने पर नए नियम जारी किए हैं। इससे एक और नया विवाद खड़ा हो गया है।

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