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FATF की 'ग्रे लिस्ट' में अभी बना रहेगा पाकिस्तान, तो किस बात का क्रेडिट ले रहे इमरान?

👤 Veer Arjun | Updated on:18 Jun 2022 12:37 PM GMT

FATF की ग्रे लिस्ट में अभी बना रहेगा पाकिस्तान, तो किस बात का क्रेडिट ले रहे इमरान?

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नई दिल्‍ली । FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) ने बताया कि उसने पाकिस्तान को अपनी आतंकी फंडिंग 'ग्रे लिस्ट' पर बरकरार रखा है। FATF ने बर्लिन में हुई समीक्षा बैठक के बाद पाकिस्तान को फिलहाल ग्रे-लिस्ट में बनाए रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही पाकिस्तान की तरफ़ से उठाए कदमों की पड़ताल के लिए ऑन साइट समीक्षा का प्रस्ताव रखा है। FATF ने कहा कि ऑन साइट विजिट के बाद ही वह पाक को ग्रे लिस्ट के हटाने पर विचार करेगा।

ऑन साइट समीक्षा के बाद ही फैसला

FATF ने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी दो कार्य योजनाओं को काफी हद तक पूरा कर लिया है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान की तरफ़ से इस दिशा में उठाए गए कदमों का स्वागत किया है और कहा कि पाकिस्तान ने सभी 34 एक्शन प्वाइंट बिंदुओं पर की गई कार्रवाई को स्वीकार किया है।

FATF की समीक्षा में बताए गए एक्शन प्लान पर सहमति और किसी देश की तरफ़ से उठाए गए कदमों का जमीनी स्तर पर जाकर निरिक्षण होता है। इसके लिए FATF की ओर से टीम जाती है और इसका आंकलन करती है कि संबंधित देश ने जो कदम उठाए हैं वो स्थाई और कारगर हैं या नहीं। अगर ऑन साइट चेक में पाकिस्तान खरा उतरता है तो ही उसे ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने के बारे में FATF कोई फैसला करेगा।

क्रेडिट लेने को बेकरार इमरान खान

FATF ने अभी तक पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' से हटाया नहीं है। इस लिस्ट में आतंक को पोषण देने वाला देश साल 2018 से ही बना हुआ है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एफएटीएफ के इस फैसले को लेकर अपने ही मुंह मिया मिट्ठू बन रहे हैं। इमरान खान ने एक बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा, "FATF ने फरवरी 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था। उसके बाद हमें किसी भी देश को दी गई अब तक की सबसे चुनौतीपूर्ण कार्ययोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। जब मेरी सरकारी सत्ता में आई तो हमें FATF की काली सूची में आने की गंभीर आशंका का सामना करना पड़ा। एफएटीएफ के साथ हमारा पिछला अनुभव भी सही नहीं था।"

"FATF ने की मेरी सरकार की तारीफ"

इमरान खान ने आगे लिखा कि मैंने अपनी सरकार में मंत्री हम्माद अजहर की अध्यक्षता में एक FATF समन्वय समिति का गठन किया। समिति में हमारी FATF कार्ययोजना से संबंधित सभी सरकारी विभागों और सुरक्षा एजेंसियां शामिल थीं। एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए अधिकारियों ने पहली बार दिन-रात काम किया। इमरान ने दावा किया कि FATF ने बार-बार हमारे काम और मेरी सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति की प्रशंसा की।

इमरान ने लिखा, "हमने न केवल ब्लैकलिस्टिंग को टाला, बल्कि 34 में से 32 एक्शन प्लान को भी पूरा किया। हमने अप्रैल में शेष 2 बिंदुओं पर अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसके आधार पर FATF ने अब पाकिस्तान की कार्ययोजना को पूर्ण घोषित कर दिया। इमरान ने अगले ट्वीट में दावा किया कि मुझे विश्वास है कि FATF टीम का ऑनसाइट दौरा भी सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा।

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