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माघी पूर्णिमा पर आज महाकुंभ में चौथा प्रमुख स्नान

👤 | Updated on:15 March 2010 8:21 AM GMT
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आज माघी पूर्णिमा है. हरिद्दार में चल रहे महाकुंभ में आज चौथा प्रमुख स्नान है. इस मौके पर देश विदेश से श्रद्दालु स्नान के लिए पहुंचे हैं. कहा जाता है कि माघ महीने की पूर्णिमा को ही कलियुग की शुरुआत हुई थी. ऐसे में माघी पूर्णिमा का स्नान सारे पापों को नष्ट करता है, साथ ही दान पुण्यदायी होता है. इस बार माघी पूर्णिमा शनिवार को है और पुष्य नक्षत्र का संयोग अद्भुत योग बना रहा है. ऐसे में ज्योतिष के विद्वानों की मानें तो माघी पूर्णिमा को स्नान, दान, जप, हवन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. विष्णु की धरती हरिद्वार के पांचों घाट- ब्रह्म कुंड, नारायणी स्त्रोत, कुशावर्त, रामघाट और विष्णु घाट में महाफलदायी स्नान से भक्तों के ऊपर पुण्य की अमृत वर्षा होने लगी है. बिना ठंड की परवाह किए भक्त पुण्य स्नान का लाभ उठाने में लगे हैं. पौ फटते ही देवताओं की नगरी हरिद्वार में पवित्र स्नान शुरू हो गया. मान्यता है कि इस स्नान से सारे पाप नष्ट होते है. जो कोई भी इस स्नान को करता है उसके कई जन्मों के दोष मिट जाते हैं और यह स्नान अनंत पुण्यदायी होता है. हरिद्वार के महाकुंभ में आज अखाड़ों का नगर प्रवेश यानी पेशवाई भी होगी. जूना अखाड़े और आवाहन अखाड़े की पेशवाई आज निकलेगी. माना जाता है कि साधुओं की पेशवाई यानी नगर प्रवेश से ही कुंभ के धार्मिक समारोह शुरु होते हैं. इस खास मौके पर अखाड़े के महंत और महामंडलेश्वर पालकी में बैठकर पधारेंगे. इसके लिए बनाई जा रही है खास पालकी. पेशवाई से पहले देश भर में बिखरे जूना अखाड़े के संतों के शिविर में आने का सिलसिला भी जारी है. गाजे-बाजे के साथ साधुओं की जमात दोपहर बारह बजे नगर प्रवेश करेगी. आज की पूर्णिमा कुछ खास है. हमेशा की तरह आज रात पूरा चांद नजर आएगा. लेकिन इस चांद में कुछ खास चमकीला देखने को मिलेगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी के एक खास स्थिति में आने की वजह से आज रात चांद अपने उफान पर होगा, चांद रोज के अपने आकार से 12 गुना बड़ा दिखाई देगा. साथ ही इसकी चांदनी भी 25 गुना बढ़ी नजर आएगी. एक महीने में दूसरी पूर्णिमा पड़ने के चलते इस बार ब्लू मून की स्थिति भी बन गई है. इलाहबाद के संगम तट पर लगे माघ मेले में धार्मिक सद्भावना का नजारा देखने को मिल रहा है. यहां मोहम्मद इस्लाम और मोहम्मद सिकंदर वारसी नाम के दो लोग भगवान राम पर प्रवचन दे रहे हैं दोनों को सुनने के लिए रामभक्तों की भारी भीड़ जुट रही है. मजे की बात ये है कि दोनों पांच वक्त के नमाजी हैं. लेकिन इन्हें राम से भी बेहद स्नेह है. इस्लाम और सिकंदर इंजीनियर पद से रिटायर हो चुके हैं. सिकंदर तो पिछले बीस बरस से जगह-जगह जाकर रामायण बांचते हैं. दोनों का कहना है कि रमजान के पवित्र महीने में भी जब कभी मौका लगता है, रामायण बांचने चले जाते हैं. ताज्जुब की बात ये है कि दोनों यह काम पैसे के लिए नहीं कर रहे.

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