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अभाव का पर्याय बन गई है नन्हें-मुन्हें के लिए बनी आंगनबाड़ी

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:15 April 2019 3:09 PM GMT
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जगदलपुर, (ब्यूरो छत्तीसगढ़)। कहीं पंखों का अभाव, कहीं शौचालय का अभाव और कहीं पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं ऐसे हाल में गर्मी के इस मौसम में जिले के 1987 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार इनमें से 479 में पानी व 401 में शौचालय तक नहीं होने की जानकारी है। जानकारी के अनुसार 1779 आंबा केंद्रों में बिजली नहीं है। बच्चों को तेज गर्मी में बगैर पंखे के ही बैठा देखा जा सकता है। इस प्रकार अभावों के बीच चल रहे इन केंद्रों के खस्ताहाल पर बच्चों का भविष्य गढ़ा जा रहा है।उल्लेखनीय है कि इस वर्ष गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है और वर्तमान में जिलेभर में आंगनबाड़ी केंद्रों के खुलने और बंद करने के समय में बदलाव कर दिया गया है। 37 से 39 डिग्री तापमान में भी इन दिनों आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को बैठना पड़ रहा है। अधिकांश आंबा पेंद्रों में विद्युत व्यवस्था नहीं है और ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहर के निचले इलाकों के आंबा पेंद्रों में करीब 60 हजार से अधिक बच्चे तपती धूप में नंगे पैर केंद्र में आकर समय व्यतीत कर रहे हैं। इस संबंध में जिला कार्यत्रढम अधिकारी एल आर कश्यप ने कहा कि जैसे-जैसे केंद्र बनते जा रहे हैं वैस-वैसे हर केंद्र में जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

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