-आदित्य नरेन्द्र
लोकतंत्र का अगुवा होने का दम भरने वाला अमेरिका आज शर्मसार होने की हालत में है। वैपिटल हिल की घटना ने अमेरिका में मजबूत लोकतांत्रिक व्यवस्था का दावा खोखला साबित कर दिया है। इससे दुनिया स...
द्रष्टीकोण
द्रष्टीकोण
भोपाल। शुक्रवार को नववर्ष 2021 की शुरुआत हो गई। नये साल का जश्न मनाने के लिए सूर्य भी निरंतर पृथ्वी के पास आ रहा है। शनिवार दो जनवरी को सूर्य इस नये साल में पृथ्वी के सबसे नजदीक आ जाएगा। इस दौरान...
-आदित्य नरेन्द्र
आर्थिक सुस्ती और कोरोना महामारी से जो व्यवसाय सबसे ज्यादा प्राभावित हुए हैं उनमें न्यूज पेपर इंडस्ट्री भी शामिल है। लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहे जाने वाली इस इंडस्ट्री से एक अनुमान के अन...
नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि उनकी सरकार कोरोना संकट के कारण विदेशों में फंसे हुए अपने नागरिकों की मदद करती रहेगी।मीडिया को संबोधित करते हुए मॉरिसन ने कहा कि...
-आदित्य नरेन्द्र टेलीविजन अर्थात टीवी आज हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। मनोरंजन या देश-दुनिया की जानकारी हासिल करने के लिए हम अपनी रोजमर्रा की जिदगी का वुछ न वुछ हिस्सा टीवी के आगे बैठक...
-आदित्य नरेन्द्र सरकार को बेरोजगारी के अभिशाप से देश को मुक्त कराना आवश्यक है। जब तक देश में आर्थिक गतिविधियां कमजोर रहेंगी तब तक बेरोजगारी की समस्या से पार नहीं पाया जा सकता। इसके लिए वुछ सेक्टरों की ...
-आदित्य नरेन्द्र हम नीरव मोदी-मेहुल चोकसी जैसों के घोटालों की जिम्मेदारी आम आदमी पर नहीं डाल सकते। कोरोना महामारी की स्थिति में अमीर और अमीर व गरीब और गरीब हो रहे हैं। हमें गरीबों को आगे बढ़ाने के उपाय ...
-आदित्य नरेन्द्र यदि राजनेताओं को जनता की सेवा करने के लिए इस तरह के राजनीतिक दांव-पेंच जरूरी लगते हैं तो आगे चलकर सत्ता बचाने और सत्ता छीनने के खेल में लगे यह राजनेता किस तरह देश की सेवा करेंगे यह समझ...
जितनी तेजी से डिजिटल वर्ल्ड बढ़ रहा है. उतनी ही तेजी से हैंकिग की दुनिया भी बढ़ रही है. हैकर्स हर दिन कोई न कोई नया तरीका हैंकिंग का निकाल ही लेते हैं. फिर चाहे कोरोना के जरिए बैंक अकाउंट को खाली करना ...
-आदित्य नरेन्द्र अब समय आ गया है कि सरकार मध्यम वर्ग की बुनियादी जरूरतों का भी उसी तरह से ख्याल रखे जिस तरह से वह अभी तक गरीब एवं वंचित वर्ग का रखती आईं है। अद्भुत स्थितियों में सरकार को अदभुत पैसले...
-आदित्य नरेन्द्रविश्वव्यापी आर्थिक सुस्ती के बाद कोरोना का कहर लगभग ऐसा ही है जैसे 'एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा।' इसका सीधा-सा अर्थ यह है कि देश में आर्थिक हालात बेहद खराब होने की दिशा में चल पड़े हैं। अर...
मध्य पूर्व यानि अफगानिस्तान, इराक, ईरान के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में कुछ हंगामी तब्दीलियां होती नजर आ रही हैं। मानना पड़ेगा कि इन तब्दीलियों का मंजरेआम पर आने में समय लेगा। इतने वर्षों से उस इलाके...