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भाजपा की 44 दिन पहले ही निर्विरोध जीत

👤 Veer Arjun | Updated on:27 April 2024 6:29 AM GMT

भाजपा की 44 दिन पहले ही निर्विरोध जीत

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—अनिल नरेन्द्र

गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर सोमवार को भाजपा के मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हुए। बसपा प्रात्याशी प्यारे लाल भारती और चार निर्दलीय सहित वुल आठ उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। गुजरात में पहली बार कोईं प्रात्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुआ है। 1984 से सूरत सीट पर भाजपा जीत रही है। इस सीट पर 7 मईं को वोटिग होनी थी। कांग्रोस के प्रात्याशी नीलेश वुंभाणी और डमी प्रात्याशी का नामांकन प्रास्तावकों के हस्ताक्षर में त्रुटि के चलते रविवार को खारिज कर दिया गया था। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार सूरत में भाजपा की निर्विरोध जीत के लिए कांग्रोस प्रात्याशी नीलेश वुंभाणी ने ही भाजपा से हाथ मिला लिया था।

भाजपा की ओर से वुंभाणी को ऑपरेशन निर्विरोध की स्क्रिप्ट मिली। इसके अनुसार ही नीलेश वुंभाणी ने कांग्रोस की प्रादेश इकाईं को अंधेरे में रखते हुए पैंतरें चले। वुंभाणी ने अपने नामांकन पत्र के प्रास्तावकों में कांग्रोस वैडर कार्यंकर्ताओं, मेंबर की बजाए अपने रिश्तेदारों और करीबियों को रखा। वुंभाणी ने अपने पच्रे में प्रास्तावक बहनोईं जगदीयां सावलिया और बिजनेस पार्टनर ध्रविन धामेलीया और रमेश पोलरा को बनाया। नीलेश वुंभाणी ने कांग्रोस पाटा के डमी प्रात्याशी सुरेश पडसाला का प्रास्तावक भी अपने भांजे भौतिक कोलडिया को बनवाया। पर्चा दाखिल करते वक्त भी वुंभाणी किसी भी प्रास्तावक को चुनाव अधिकारी के सामने नहीं ले गए। चारों प्रास्तावकों ने हस्ताक्षर फजा होने का शपथ पत्र दे दिया और खुद भूमिगत हो गए। सभी को कारण बताओ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया अपनाईं जा रही है। कोईं भी सामने नहीं आया।

इसके बाद वुंभाणी और डमी प्रात्याशी सुरेश पडसाला का पर्चा खारिज हो गया। सूरत में भाजपा के इस आपरेशन निर्विरोध का एपिक सेंटर बना सूरत का फाइव स्टार होटल ली-मैरेडियन, यहां से 24 घंटे तक ऑपरेशन निर्विरोध की कार्रवाईं का संचालन हुआ। ये कवायद भाजपा के प्रादेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की सीधी निगरानी में हुईं। सूरत की जीत 400 पार के लक्ष्य की पहली जीत है। हम इसे प्राधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समर्पित करते हैं यह कहते हैं सीआर पाटिल, गुजरात भाजपाध्यक्ष। उधर कांग्रोस नेता राहुल गांधी ने कहा : तानाशाह की असली सूरत फिर देश के सामने है। मैं फिर कह रहा हूं, यह चुनाव देश और संविधान को बचाने का है। जनता से अपने नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहब अबंडेकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। राहुल ने लिखा, मैं एक बार फिर कह रहा हूं - यह सिर्प सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव हैं, संविधान की रक्षा का चुनाव है। वहीं जयराम रमेश ने क्रोनोलॉजी समझाते हुए कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने एक्स पर लिखा सूरत जिला अधिकारी ने 7 मईं 2024 को मतदान से लगभग 2 सप्ताह पहले ही 22 अप्रौल 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार को निर्विरोध जिता दिया गया।

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