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कर्ज माफी व पच्चीस सौ रुपए धान के लिए ही किसानों ने बनाई नई सरकार

👤 veer arjun desk 5 | Updated on:27 Dec 2018 3:16 PM GMT
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कोरबा (ब्यूरो छत्तीसगढ़) । छत्तीसगढ़ में नई सरकार के कार्यभार सम्हालते ही मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के दो लाख रूपये तक के अल्पकालीन कृषि "ण की मापी और धान का खरीदी मूल्य साढ़े चार सौ रूपये बढ़ाकर पच्चीस सौ रूपये पति क्किंटल करने के फैसले ने किसानों में सरकार के पति अपार विश्वास जगा दिया है। कोरबा जिले के किसान सरकार के इन दोनों फैसलों से अति उत्साहित हैं। जिले में लगभग बीस हजार किसानों को साठ करोड़ रूपये के "ण मापी का पायदा मिलने वाला है। कुरूडीह गांव के सत्तर साल उम्र के किसान पुनउराम पिता ननकी ने सरकार के इन दोनों फैसलों से खुश होकर यहां तक कह डाला है कि कर्ज मापी और पच्चीस सौ रूपये धान की घोषणा का जादू चल गया। किसानों ने इसी के लिए पदेश में नई सरकार बना दी है और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने भी शपथ लेने के ढाई घंटे में ही दोनों फैसलों को लागू करके किसानों पर अपना विश्वास बना लिया है। पुनउराम के पास कुरूडीह में चार एकड़ का खेत है और वे आज कई दिनों के इंतजार के बाद लगभग 50 क्किंटल धान भैंसमा सोसायटी में बेचने के लिए टोकन कटाने पहुंचे थे।

करमंदी गांव के किसान कृपाराम ने बताया कि इस बार नया साल अच्छा रहेगा। लगभग साढ़े तीन एकड़ जमीन पर खेती के लिए यूरिया और डीएपी खाद साढ़े तीन हजार रूपये के कर्ज पर सोसायटी से श्री कृपाराम ने लिया था। सत्ताईस क्किंटल के आसपास धान का उत्पादन हुआ है और कृपाराम इस बात से खुश है कि धान बेचने पर अब कर्जे के साढ़े तीन हजार रूपये सोसायटी में नहीं कटेंगे। पच्चीस सौ रूपये पति क्किंटल के हिसाब से पूरा पैसा उन्हें मिल जायेगा। कुरूडीह गांव के ही किसान कलेश्वर साढ़े छः एकड़ जमीन पर धान की पसल लेते हैं। खेती के लिए उन्होंने सोसायटी से कोई लोन नहीं लिया। इस बार लगभग साठ क्किंटल धान की पसल हुई है। श्री कलेश्वर के चेहरे पर इस बात की मुस्कुराहट है कि अब उन्हें पति क्किंटल धान के लिए साढ़े चार सौ रूपये ज्यादा मिलेंगे। दो बेटों और एक बेटी सहित पत्नी और अपनी बुजुर्ग मां के साथ कुरूडीह में रहने वाले कलेश्वर ने बताया कि अब रहने के लिए अपना घर ठीक से बनवाउंगा। बच्चों की पढ़ाई और रहन-सहन का तरीका भी अब ठीक हो पायेगा।

मसान गांव के किसान उधरवार सिंह पिता सुकुल सिंह का भी साढ़े तीन हजार रूपये का कर्ज सरकार के फेसले से माप हो जायेगा। चार एकड़ भूमि पर धान की खेती के लिए भैंसमा सोसायटी से श्री उधरवार सिंह ने यह कर्जा खाद के लिए लिया था। इस बार लगभग 54 च्ढिंटल धान की पसल हुई है। उधरवार सिंह ने बताया कि पच्चीस सौ रूपये च्ढिंटल के हिसाब से करीब एक लाख 35 हजार रूपये पूरे-पूरे मिलेंगे। यदि धान का रेट सत्रह सौ पचास रूपये और तीन सौ रूपये बोनस मिलाकर दो हजार पचास रूपये च्ढिंटल होता तो उन्हें केवल एक लाख दस हजार रूपये ही मिल पाते।

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