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छत्‍तीसगढ़ में नक्सलियों ने एनएमडीसी के 9 वाहन जलाए

👤 manish kumar | Updated on:24 Nov 2019 2:30 PM GMT

छत्‍तीसगढ़ में नक्सलियों ने एनएमडीसी के 9 वाहन जलाए

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जगदलपुर, । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रव‍िवार की सुबह नक्सलियों ने एनएमडीसी किरंदुल में निमार्णाधीन स्क्रीनिंग प्लांट में मिट्टी उत्खनन में लगी 09 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। आगजनी में शामिल वाहन हैदराबाद की निजी कंपनी सूर्योदय इन्फ्रा की बतायी गयी हैं। जलाई गयी गाड़‍ियों में 6 एएम्डब्लू की हाईवा, एक पोकलेन और दो डोजर शामिल हैं। जलाई गयी गाड़ियों की कीमत 5 करोड़ से भी ज्यादा की बताई जा रही है

सूर्योदय इन्फ्रा नामक उक्त कम्पनी विगत एक वर्ष से पहाड़ में मिट्टी काटने का कार्य कर रही थी। पहाड़ को नीचे से काटते हुए वर्तमान में कार्य पहाड़ की चोटी पर चल रहा था और 15 से भी ज्यादा गाड़‍ियां इस कार्य में लगी थीं। प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर बारह बजे ग्रामीण वेश भूषा में धारदार हथियारों से लेस 50 की तादाद में पहुंचे नक्सलियों ने पहले काम बंद करवा कर मजदूरों को बंधक बनाया व मोबाइल फोन जब्त किया। अपने साथ लाये धारदार हथियारों से गाड़‍ियों की टंकी फोड़कर डीजल से आग लगा दी। बताया जा रहा है की नक्सलियों ने मात्र 15 मिनट के अंदर ही सभी गाड़‍ियों को आग के हवाले कर, पास की जंगल की आड़ लेकर भाग खड़े हुए।

वहीं बंधक बनाये गए मजदूरों ने बताया क‍ि नक्सलियों के साथ ग्रामीण वेशभूषा में महिला नक्सली भी शामिल थीं, जो आगजनी के काम को अंजाम देने में जुटी थी। घटना के बाद सीआईएस की दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। एनएमडीसी किरंदुल प्लांट के विस्तार के लिए लगभग 350 करोड़ की लागत से स्क्रीनिग प्लांट तीन की स्थापना की जा रही है। वर्तमान में एनएमडीसी में दो स्क्रीनिंग प्लांट कार्यरत हैं, लेकिन इन प्लांटों में बोझ अत्यधिक होने की वजह से एक और प्लांट का निर्माण किया जा रहा था। बताया जा रहा है की तीन वर्षों में प्लांट के कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य प्रबंधन को प्राप्त हुआ है। एस्सार प्लांट और एनएमडीसी प्लांट के मध्य निर्माणाधीन इस संयंत्र को पहले से ही नक्सल लिहाज से अति संवेदनशील माना जा रहा था। चूँकि इस क्षेत्र में अक्सर नक्सली हलचल रहती है, इसीलिए एनएमडीसी द्वारा निर्माण कार्य आरम्भ होने से पूर्व करोड़ों की लागत से चारदीवारी का कार्य भी किया गया था, जिससे संयंत्र निर्माण के दौरान कोई नक्सली बाधा नहीं पंहुच सके। हिस

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