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सिर्फ टाइपिंग नहीं, बात भी समझने में सक्षम स्मार्ट कीबोर्ड 'एक्सप्लोरी'

👤 Admin 1 | Updated on:14 April 2017 6:25 PM GMT

सिर्फ टाइपिंग नहीं, बात भी समझने में सक्षम स्मार्ट कीबोर्ड एक्सप्लोरी

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नयी दिल्ली, (भाषा)। आजकल हम स्मार्टफोन पर भारतीय भाषाओं में टाइप करने के लिए गूगल के 'इंडिक कीबोर्ड' का इस्तेमाल करते हैं लेकिन वह सिर्फ हमें एक शब्द के बाद आने वाले दूसरे शब्द का सुझाव देता है या हमारे टाइप किए शब्दों को अपने शब्दकोश में सहेज लेता है। लेकिन एक ऐसा स्मार्ट कीबोर्ड भी है जो ना सिर्फ आपको यह सुविधाएं देता है बल्कि यह आपकी बात के मर्म को समझ कर स्वत कई तरह की सुविधाओं को खोज कर एक ही स्थान पर उपलब्ध कराता है।

इस संबंध में 'भाषा' ने बात की एक्सप्लोरी की बिक्री एवं विपणन निदेशक दीप्ति मणि सक्सेना से। दीप्ति ने कहना है कि "एक्सप्लोरी में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग किया है। इसके आधार पर यह आपकी बातचीत के अर्थ को समझता है उदाहरण के तौर पर यदि आपकी बातचीत दोपहर के खाने को लेकर हो रही है तो यह इसके विचार को समझकर सर्च के माध्यम से आपको दोपहर के खाने के कई विकल्प उपलब्ध कराएगा।" 'एक्सप्लोरी' का विकास स्कॉटलैंड की कीपॉइंट टेक्नोलॉजीस ने किया है। यह विश्व की 110 और भारत की 29 भाषाओं में टाइप की सुविधा देता है। हालांकि इसमें अर्थ को स्वत समझकर खोज विकल्प मुहैया कराने की सुविधा अभी हिंग्लिश और अंग्रेजी भाषा में ही उपलब्ध है। आम तौर पर बाजार में उपलब्ध कई असिस्टेंट एप यह काम करता हैं लेकिन उनमें आपको उस एप से प्रश्न करना पड़ता है जिसके बाद वह सर्च इंजन का उपयोग कर जवाब देती हैं। लेकिन एक्सप्लोरी में यह काम आपकी बातचीत के दौरान ही शब्दों के अर्थ को समझकर स्वत हो जाता है। इस प्रकार की सुविधा देने पर लोगों के बीच निजता की सुरक्षा की चिंता होना लाजिमी है। ऐसे में एक्सप्लोरी में इसका भी ध्यान रखा गया है। दीप्ति का कहना है कि, "आम तौर पर अन्य एप में आपको लॉगइन करना होता है जिसके बाद आपका डाटा ट्रैक किया जाता है। एक्सप्लोरी में हम लॉगइन नहीं मांगते हैं।" उन्होंने कहा, "आपके शब्द का अर्थ समझकर जो प्रश्न हमारे डेटा सेंटर से पूछा जाता है। वह किसी अंजान ाअनॉनमसा की तरह पूछा जाता है। इतना ही नहीं आपकी बातचीत के खत्म होने के बाद यह सारा डेटा स्वत डिलीट कर देता है। किसी तरह की कुकीज या बैकएंड आपके फोन में सेव नहीं करता। अत आपकी निजता से कोई समझौता नहीं होता।" इस एप में कंपनी ने नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग तकनीक का भी प्रयोग किया है। इसके बारे में दीप्ति ने बताया कि यह आपकी टाइपिंग को और बेहतर बनाता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप अपनी बातचीत के दौरान रिज्यूमे शब्द टाइप करते हैं तो यह स्वत करिकुलम वाइटे, बायोडाटा जैसे शब्द के विकल्प भी दिखाता है। भारतीय भाषाओं में यह एप हिंदी, गुजराती, मलयालम, तमिल, भोजपुरी जैसी भाषाओं के साथ-साथ हिंग्लिश और तमिलिश जैसी भाषा की भी टाइपिंग सुविधा देता है।

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