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अति दक्ष उपकरण लाएंगे आपके बिजली बिल में कमी

👤 Veer Arjun Desk 3 | Updated on:22 Oct 2017 5:36 PM GMT

अति दक्ष उपकरण लाएंगे आपके बिजली बिल में कमी

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नई दिल्ली, (भाषा)। सरकार कम बिजली खपत वाले उपकरणों को और दक्ष बनाने के लिये कदम उ"ा रही है। अति दक्ष उपकरण कार्यक्रम ाएसईईपा के तहत आने वाले ये उपकरण मौजूदा गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के मुकाबले कम-से-कम 25 प्रतिशत अधिक बिजली की बचत करेंगे। कुल मिलाकर इससे आपके बिजली बिल में अच्छी-खासी कमी आएगी। बिजली मंत्रालय के अधीन आने वाला ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ाबीईईा स्टार लेबलिंग कार्यक्रम के तहत संबंधित उपकरणों पर बिजली बचत के लगाये जाने वाले सितारे ास्टार लेबलिंगा की तरह अति दक्ष उपकरणों के लिये विनिर्माता कंपनियों को अलग निशान ालेबला उपलब्ध कराएगा। बीईई के महानिदेशक अभय बाकरे ने भाषा से कहा, हमारी स्टार रेटिंग श्रेणी के अंतर्गत आने वाले उत्पादों की कुशलता को और बढ़ावा देने की योजना है। बीईई एसईईपी के लिये रूपरेखा तैयार करने की प्रक्रिया में है। इसके तहत संबंधित उपकरणों को सुपर इफीशिएंट लेबल जारी किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि एसईईपी के तहत आने वाले ये उपकरण मौजूदा स्टैन्डर्ड एंड लेबलिंग कार्यक्रम की श्रेणी में आने वाले उत्पादों के मुकाबले कम-से-कम 25 प्रतिशत अधिक बिजली की बचत कर सकेंगे। उन्होंने कहा, बीईई अति दक्ष उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये संबंधित कंपनियों को कानूनी, जरूरी प्रोत्साहन, बौद्धिक संपदा सेवाएं, व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करने और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। सरकार बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के इरादे से जहां एक तरफ अक्षय ऊर्जा के उत्पादन पर जोर दे रही है वहीं दूसरी तरफ ऊर्जा संरक्षण को भी बढ़ावा दे रही है। अभी स्टार रेटिंग यानी स्टैन्डर्ड एंड लेबलिंग कार्यक्रम के तहत कुल 21 उत्पादों को शामिल किया गया है। इसमें नौ उत्पाद अनिवार्य श्रेणी में जबकि 12 उत्पाद स्वैच्छिक श्रेणी में हैं। अनिवार्य श्रेणी के उत्पादों में कमरों में उपयोग होने वाला एसी, फोस्ट फी रेफिजरेटर, ट्यूबलाइट ाट्यूबलर फ्लोरोसेंट लैंपा, रंगीन टीवी, इलेक्ट^िक गीजर शामिल हैं। वहीं सीलिंग पंखे, वाशिंग मशीन, कंप्यूटर, एलईडी लैंप जैसे उत्पाद स्वैच्छिक श्रेणी में शामिल हैं। बाकरे ने कहा, बीईई कंपनियों के लिये बड़े पैमाने पर कम कार्बन उत्सर्जन वाली प्रौद्योगिकी अपनाने के रास्ते को सुगम बनाने के लिये कदम उ"ा रहा है। कृषि में उपयोग होने वाले पंपिंग सेट, एयर कंडीशनिंग जैसे उत्पादों में ऊर्जा खपत में करीब 25 प्रतिशत और कमी लाने के मकसद से पहल की जा रही है। बीईई स्टैन्डर्ड एंड लेबलिंग कार्यक्रम, मौजूदा इमारतों में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने की योजना ईसीबीसी ाऊर्जा संरक्षण भवन संहिता, लघु एवं मझोले उद्योगों के लिये ऊर्जा संरक्षण समेत बिजली खपत में कमी लाने को लेकर कई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। इन योजनाओं से 12वीं पंचवर्षीय योजना ा2012-17ा के दौरान कुल 12,350 मेगावाट बिजली की बचत हुई है।

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