होटल ताज मानसिंह की नए सिरे से नीलामी 18 जुलाई को
नई दिल्ली , (भाषा)। राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध ताज मानसिंह होटल की नीलामी का पहला प्रयास विफल होने के बाद अब नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ाएनडीएमसा ने इस संपत्ति के लिए 18 जुलाई को नए सिरे से नीलामी बोली आयोजित करने का फैसला किया है। होटल के लिये बहुप्रतिक्षित नीलामी इसी महीने पूरी होनी थी लेकिन टाटा समूह की इंडियन होटल्स कंपनी लि . ाआईएचसीएला जो कि इस होटल की मौजूदा परिचालक है उसने ही संपत्ति को अपने पास बनाये रखने के लिए बोली लगाई। एक अन्य कंपनी आईटीसी की बोली को तकनीकी आधार पर स्वीकार नहीं किया गया। इसलिये नीलामी को निरस्त कर दिया गया। एनडीएमसी ने पिछले सप्ताह ई - नीलामी को रद्द करने का नोटिस जारी किया था।
नोटिस में कहा गया , संपत्ति के लिए तीन से कम बोलियां मिलीं। नियमों के तहत ई - नीलामी के दूसरे चरण में तीन तकनीकी रूप से पात्र बोलीदाताओं की बोलियां होना जरूरी हैं। ऐसे में नीलामी प्रक्रिया को रद्द किया जाता है। ताज मानसिंह होटल को टाटा समूह की कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी को 1978 में 33 साल के पट्टे पर दिया गया था , जो 2011 में समाप्त हो गया। उसके बाद कंपनी को नौ बार अस्थायी तौर पर संपत्ति के परिचालन का विस्तार दिया गया। लेकिन एनडीएमसी उस समय इस संपत्ति की नीलामी नहीं कर पाई क्योंकि वह आईएचसीएल के साथ कानूनी लड़ाई में उलझी थी। अब एनडीएमसी इसकी नीलामी के लिये नये सिरे से बोलियां आमंत्रित करेगी। संभावित बोलीदाताओं के लिये 16 से 22 जून के दौरान होटल को उनके निरीक्षण के लिये खोला गया था। एनडीएमसी कल बोली पूर्व बै"क आयोजित करेगी और बोलियां देने की अंतिम तारीख 9 जुलाई होगी। ताजा बोली प्रक्रिया में भी न्यूनतम तीन पात्र बोलीदाता का नियम रखा गया है। पट्टे की अवधि भी 33 साल की होगी, इसमें भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसी तरह बोली लगाने के लिए 25 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। टाटा समूह इससे पहले इसी सप्ताह हुई नीलामी में एनडीएमसी से दि कनाट होटल का अधिग्रहण कर चुका है। स्थानीय निकाय ने एक अन्य होटल होटल एशियन इंटरनेशनल की भी नीलामी की जिसे ब्लूम हास्पिटलिटी समूह ने हासिल किया। एनडीएमसी ने पिछले साल होटल कनाट और एशिया इंटरनेशनल की नये सिरे से नीलामी का फैसला किया था। लाइसेंस फीस नहीं चुकाये जाने की वजह से इन होटलों को 2015 में सील कर दिया गया था।