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इनड्राइवर का भोपाल में सेट-यॉर-ओन-प्राइस राइड-हेलिंग एप्‍प लॉन्‍च

👤 manish kumar | Updated on:19 Sep 2019 9:36 AM GMT

इनड्राइवर का भोपाल में सेट-यॉर-ओन-प्राइस राइड-हेलिंग एप्‍प लॉन्‍च

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भोपाल। 26 देशों में 200 से अधिक शहरों में उपलब्‍ध अंतर्राष्‍ट्रीय राइड-हेलिंग एप्‍प, ने भोपाल में अपनी सेवाएं लॉन्‍च की हैं। यह एकमात्र एप्‍प है जोकि उपयोक्‍ताओं को वास्‍तविक समय में राइड बुक कराने से पहले अपने कैब के किराये को लेकर मोलभाव करने की अनुमति देता है।

इनड्राइवर एप्प का मॉडल अपने आप में वाकई अनूठा है। यह एप्प ड्राइवरों और उपभोक्ताओं को किसी बिचौलिये या दलाल के राइड के किराए और दूसरी अन्य शर्तों पर स्वतंत्र रूप से बातचीत करने का मौका देती है। यह सुविधा देश की दूसरी राइड ऐप्स में नहीं दी गई है। दूसरी ऐप्स में कंपनी के पहले से स्थापित मानदंडों के अनुसार किसी जगह का किराया अपने आप तय कर दिया जाता है।

इनड्राइवर के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर येगोर फेडोरोव ने कहा, "हम भोपाल में इनड्राइवर एप्प को लॉन्च कर काफी उत्साहित हैं। किसी जगह का किराया यात्रियों को अपने आप तय करने की सुविधा देने वाले हमारे एप्प से ड्राइवर किसी जगह का वाजिब किराया तय कर सकते हैं। इसमें दोनों ओर समान निष्पक्षता रहती है। इससे ड्राइवर ज्यादा सक्षम ढंग से यात्रियों को अपनी सेवाएं दे सकते हैं, वहीं यात्रियों को किसी जगह की सस्ती राइड मिलने की संभावना रहती है।"

इनड्राइवर यात्रियों को अपने रूट का किराया ड्राइवरों को सुझाने की सलाह देता है। आसपास मौजूद ड्राइवरों को किराया और रूट की जानकारी मिलती है। वह इसे मंजूर कर सकते हैं या ज्यादा किराए के लिए यात्रियों से मोलभाव कर सकते हैं। यात्री इसके बाद सभी ड्राइवर से मिले ऑफर को देखते हैं। इसके बाद वह किराए की राशि, ड्राइवर की रेटिंग और वाहन के प्रकार पर अपनी सहूलियत के अनुसार फैसला कर सकते हैं। दूसरी तरफ ड्राइवरों के पास यह सुविधा रहती है कि वह ज्यादा मुनाफा देने वाली राइड्स को ही चुनें। वह अपनी तरफ से यात्रियों को किराए का ऑफर दे सकते हैं। यह सुविधा किसी दूसरी कंपनी की राइड एप्प में नहीं है।

इस पहले चरण में, इनड्राइवर ने ड्राइवरों की भर्ती पर ध्यान केंद्रित किया है। यह एप्प ड्राइवरों को इस प्लेटफॉर्म के फायदों को परखने का मौका देती है, जो इस एप्प के मुकाबले में मौजूद दूसरे ऐप्स से कई मायनों में अलग है।

2012 में नए साल की छुट्टियों के दौरान पूर्वी रूस में साइबेरिया स्थित याकुत्स्क का तापमान -45 डिग्री सेल्सियस हो गया। इसके नतीजे के रूप में लोकल टैक्सी ड्राइवरों ने किराए की राशि दोगुनी कर दी। इससे लोगों को काफी परेशानी हुई। स्थानीय ड्राइवरों के इस रुख के जवाब में याकुत्स्क के लोगों ने रूस के सोशल नेटवर्क पर "इंडिपेंडेंट ड्राइवर्स" का ग्रुप बनाया। इस प्लेटफॉर्म पर लोग अपनी राइड संबंधी रिक्वेस्ट पोस्ट कर सकते थे। यात्रा के किराए का अपनी ओर से सुझाव दे सकते थे। इस प्लेटफॉर्म पर ड्राइवरों ने भी यात्रियों का ऑफर हाथों-हाथ कबूल किया। छह महीने में 60 हजार से ज्यादा लोगों ने इस ग्रुप को जॉइन कर लिया। इसके बाद जल्दी ही मोबाइल एप्प इन ड्राइवर ने इस ग्रुप की जगह ले ली, जिससे यात्रियों को अपनी यात्रा के आदर्श नियम तय करने में मदद मिली।

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