आयकर विभाग ने फेसलेस असेसमेंट के लिए शुरू किया नेशनल ई-असेसमेंट सेंटर
नई दिल्ली । राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने सोमवार शाम को नेशनल ई-असेसमेंट सेंटर (एनईएसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन पीसी मोदी भी मौजूद रहे। आयकर विभाग द्वारा आकलन प्रक्रिया में ज्यादा दक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए फेसलेस यानी ई-असेसमेंट वाला राष्ट्रीय ई-निर्धारण केंद्र काम करने लगा है।
इस अवसर पर सीबीडीटी चेयरमैन पांडे ने कहा कि इसके साथ आयकर विभाग के काम के तौर-तरीके में आमूलचूल परिवर्तन हो रहा है। विभाग असेसमेंट की प्रक्रिया में फेसलेस ई-असेसमेंट का तरीका अपना रहा है। इससे विभाग की कार्यक्षमता, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। इसके बाद करदाताओं और कर अधिकारी के बीच मानवीय संपर्क खत्म हो जाएगा।
पीसी मोदी ने कहा कि पहले चरण में 58,322 मामलों को ई-आंकलन स्कीम 2019 के लिए चयन किया गया है। इसके लिए 30 सितम्बर से पहले ही ई-नोटिस जारी कर दिया गया था। वहीं, आय करदाताओं को अपने पंजीकृत ई-मेल और ऑनलाइन रिटर्न फाइलिंग को चेक करने की भी सलाह दी गई है। इसके साथ 15 दिनों के भीतर जबाव देने के लिए कहा गया है।
सीबीडीटी ने कहा कि नेशनल ई-एसेसमेंट केंद्र यानी राष्ट्रीय ई-निर्धारण केंद्र (एनईएसी) की स्थापना आयकर विभाग का बेहतर करदाता सेवा के उद्देश्य करदाता की शिकायतों के निवारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण और कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के अनुरूप उठाया गया है। इसका मुख्यालय दिल्ली में है, जबकि आठ मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु में क्षेत्रीय केंद्र बनाए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया और कारोबारी सहूलियत बढ़ाने की सोच की दिशा में एक बड़ा कदम है। एजेंसी हिस