प्राथमिकी विवरण के बिना नमूने प्रयोगशाला में भेजे जाएं : डीसीडब्ल्यू
नई दिल्ली, (वीअ)। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लयू) ने आज कहा कि दिल्ली पुलिस को भ्रष्टाचार से बचने के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ाएफएसएला में नमूने प्राथमिकी विवरण की जगह एक कोड के साथ भेजे जाने चाहिए। दिल्ली महिला आयोग कीअध्यक्ष स्वाति मालीवाल को एफएसएल में उनके दौरे के दौरान बताया गया कि पुलिस प्रयोगशाला में नमूने जांच के लिए भेजते समय प्राथमिकी के पूर्ण विवरण के साथ आरोपी का पता भी दायर करती है। स्वाति ने कहा, इससे हर कीमत पर बचना चाहिए क्योंकि इससे एफएसएल के स्तर पर भ्रष्टाचार और आरोपी के साथ मिलीभगत की संभावना बढ़ती है।आयोग के बयान के अनुसार वह यह मामला दिल्ली पुलिस के समक्ष उ"ाएंगी। मालीवाल ने कहा कि दिल्ली महिला आयोग बुनियादी ढ़ाचे में सुधार और प्रयोगशाला में लंबित मामलों की जांच के लिए एफएसएल द्वारा अस्पतालों में डीएनए इकाईयों की स्थापना जैसी विस्तृत सिफारिशें दिल्ली सरकार को देंगी।इस दौरान एफएसएल के निदेशक ने बताया कि कामकाज को डिजिटल करने का काम जारी और इसके लिए सॉफ्टवेयर दिसंबरअंत तक तैयार हो जाएगा।आयोग की प्रमुख ने कहा कि एफएसएल के प्रत्येक कमरे में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए जो अभी नहीं लगे हैं।