अक्षम्य अपराध
अहमदाबाद की गुजरात विश्वविदृालय में शनिवार को रात के लगभग 11 बजे कुछ शरारती तत्वों ने उस छात्रावास पर धावा बोल दिया जिसमें विदेशी छात्र नमाज पढ़ रहे थे। ये शरारती तत्व अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान सहित अन्य देशों के छात्रों द्वारा छात्रावास में नमाज पढ़ने पर आपत्ति कर रहे थे।
असल में गुजरात विश्वविदृालय में 300 विदेशी छात्र रहते हैं और वे दुनिया के विभिन्न देशों से आए हुए हैं। विदेशी छात्र अंतर्राष्ट्रीय समझौते के तहत अध्ययन करने के लिए एक-दूसरे देश में जाते-आते हैं। जिन खुराफातियों ने यह हरकत की है, उन्होंने यह नहीं सोचा कि हमारे देश के जो छात्र दूसरे देशों में गए हैं, उनके लिए उन्होंने कितनी बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी! दूसरे देशों में भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को खराब करने वाले लोगों ने राष्ट्रीय हितों के खिलाफ भी अपराध किया है। नमाज, पूजा या किसी भी धर्म के प्रार्थना से किसी को क्यों एतराज होना चाहिए। ऐसी मानसिकता के लोग अपराध करने से पहले अपने वुवृत्य को सही ठहराने के लिए वुतर्व करते हैं जो नकारात्मकतापूर्ण होता है।
बहरहाल ऐसे शरारती लोगों के खिलाफ विश्वविदृालय प्रशासन और पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया हुआ है साथ ही विदेश मंत्रालय ने भी इस बवाल में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाईं के लिए गुजरात सरकार से आग्रह किया है। धार्मिक असहिष्णुता किसी भी धर्म की हो निश्चित रूप से वह आपराधिक आशय से की गईं है, इसलिए हर हालत में राज्य सरकार एवं पुलिस को उनके खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाईं करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना फिर कभी भी न घटे।