मानवता के दुश्मन
भारतीय तट रक्षक बल ने गुजरात तट से एक पाकिस्तानी नाव से 600 करोड़ रुपए की 86 किग्रा ड्रग्स जब्त की। भारतीय तट रक्षक बल, आतंक विरोधी दस्ते और नारकोटिक्स वंट्रोल ब्यूरो ने संयुक्त रूप से इस आपरेशन को अंजाम दिया। नाव से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अरब सागर में यह आपरेशन शनिवार-रविवार की पूरी रात चला।
दरअसल पाकिस्तान की यह समानान्तर अर्थव्यवस्था प्रमुख कारक है। पाकिस्तान में ड्रग्स का यह कारोबार कोईं भी नहीं रोक सकता क्योंकि इसे खुद वहां की सर्वशि़क्तशाली संस्था सैन्य प्रतिष्ठान चलाता है। जब पूरा पाकिस्तान आटे और अंडे के लिए तरस रहा है तो पाकिस्तान की सेना मौज करती है और पाले हुए आतंकी सरगनाओं की आि़र्थक मदद भी करती है। पाकिस्तान की सारी एजेंसियां इस तथ्य को जानती हैं कितु किसी में इतना साहस नहीं है कि वे किसी भी तरह की कार्रवाईं ड्रग्स कारोबारियों के खिलाफ कर सवें। यह सच है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईंएसआईं का यह धंधा इसीलिए फलपूल रहा है क्योंकि भारत में ड्रग्स की खपत ज्यादा है।
पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात सहित राजस्थान में पाकिस्तान बड़ी आसानी से अपने हैंडलर के माध्यम से ड्रग्स की सप्लाईं कर लेता है। जब कभी भी ये ड्रग्स पकड़े जाते हैं तो हमारी एजेंसियों की पीठ थपथपा दी जाती है कितु ज्यादातर होता यही है कि पाकिस्तान से ड्रग्स की खेप युवकों के हाथ लग जाती है। ड्रग्स के कारोबारी मानवता के दुश्मन हैं इसलिए उनके खिलाफ जितनी भी कठोर कार्रवाईं की जाए, वह कम है।