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थरूर के हिन्दू पाकिस्तान बयान पर बवाल

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:16 July 2018 6:40 PM GMT
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भारतीय राजनीति में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने के साथ-साथ पश्चिमी शानो-शौकत में हमेशा स्मार्ट दिखने वाले ऐसे नौकरशाहनुमां राजनीतिक नेता की पहचान बनाने वाले कांग्रेसी नेता शशि थरूर अकसर अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं। अब उनके ताजा बयान पर विवाद छिड़ गया है। उन्होंने इस बार तिरुवंतपुरम में बुधवार को कहा कि भाजपा अगर फिर सत्ता में आई तो वह संविधान को फिर से लिखेगी और हिन्दू पाकिस्तान के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी। थरूर का साधारण शब्दों में यह मानना है कि 2019 के आम चुनाव में अगर भाजपा जीतती है तो भारत हिन्दू पाकिस्तान बन जाएगा। हालांकि वह पहले भी इस तरह की बातें करते रहे हैं कि भारत को हिन्दू पाकिस्तान जैसा बनने से बचना चाहिए, लेकिन इस बार वह हद लांघकर यह कह गए कि भाजपा के फिर सत्ता में आने पर भारत की स्थिति वैसी ही होगी जैसी आज पाकिस्तान की है। कांग्रेस ने शशि थरूर के इस बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी ने कहाöभारत का लोकतंत्र और इसके मूल्य इतने मजबूत हैं कि भारत कभी पाकिस्तान बनने की स्थिति में नहीं जा सकता। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने नेताओं को भी नसीहत दी कि भाजपा की घृणा का जवाब देते समय वे पूरी सावधानी बरतें। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पाकिस्तान के साथ तुलना भारतीय लोकतंत्र का अपमान है। कांग्रेस को अब डर का व्यापार बंद कर देना चाहिए। पर शशि थरूर अब भी अपने बयान पर कायम है। गुरुवार को फेसबुक पोस्ट पर लिखाöमैंने पहले भी कहा था और फिर कहूंगा। पाकिस्तान का निर्माण धर्म के आधार पर हुआ था, जो अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करता है। कटु सत्य तो यह है कि भारत में लोकतंत्र का पुराना इतिहास रहा है और हमें आधुनिक लोकतंत्र में बहुत-सी परंपराएं विरासत में मिली हैं। इसलिए भाजपा या कोई अन्य दल भारतीय लोकतंत्र को खत्म नहीं कर सकती। इसलिए शशि थरूर के इस विचार पर कोई सहमत नहीं हो सकता और न ही विश्वास कर सकता है कि अगर भाजपा 2019 में दोबारा सत्ता में आती है तो ऐसे संविधान का निर्माण करेगी जो हिन्दू राष्ट्र के हितों की रक्षा करेगी। थरूर पढ़े-लिखे लेखक-विचारक के तौर पर जाने जाते हैं। उनसे यह बिल्कुल भी अपेक्षित नहीं था कि वह इतनी बेतुकी बात बोलेंगे। उन्होंने खुद एक खराब और गैर-जरूरी बयान दिया, इसकी पुष्टि इससे होती है कि खुद उनकी पार्टी कांग्रेस ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है। वास्तव में थरूर का बयान उलटा कांग्रेस को राजनीतिक नुकसान पहुंचा सकता है। चुनाव नजदीक हैं। नेताओं को बहुत सोच-समझ कर बयान देने होंगे और अपनी जुबान संभालनी होगी।

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