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अंटार्पटिका से भी ठंडा द्रास, लंदन से भी ठंडी दिल्ली

👤 Veer Arjun | Updated on:29 Dec 2019 5:47 AM GMT

अंटार्पटिका से भी ठंडा द्रास, लंदन से भी ठंडी दिल्ली

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-अनिल नरेन्द्र

उत्तर भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानों तक हाड़ कंपाती ठंड का कहर जारी है। लद्दाख का द्रास बृहस्पतिवार को दक्षिणी ध्रुव के अंटार्पटिका से भी ज्यादा ठंडा रहा। वहीं दिल्ली की रात लंदन से भी अधिक सर्द थी। द्रास में न्यूनतम तापमान माइनस 30.2 डिग्री दर्ज किया गया जबकि अंटार्पटिका का न्यूनतम तापमान माइनस 26 डिग्री रहा। इसी तरह दिल्ली के पालम में पारा लुढ़क कर 5.4 डिग्री पर पहुंच गया। उधर ब्रिटेन की राजधानी लंदन में तापमान न्यूनतम तापमान छह डिग्री दर्ज किया गया।

दिल्ली की सर्दी 118 साल में दूसरे ठंडे दिसम्बर का रिकॉर्ड तोड़ने की कगार पर है। 1901 के बाद 1997 में सबसे सर्द दिसम्बर था जबकि इस महीने का औसतन अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री रहा था। इस साल अब तक दिसम्बर का औसत अधिकतम तापमान 19.85 डिग्री रहा है, जो 31 दिसम्बर तक 19.15 डिग्री हो सकता है। ऐसा हुआ तो 1997 के बाद यह दिसम्बर का दूसरा सबसे कम औसत अधिकतम तापमान व दूसरा सबसे सर्द दिसम्बर होगा। सर्दी का सितम झेलने वालों के लिए यह खबर सितम वाली है। साल के अंत से अगले साल की शुरुआत तक हिमालय क्षेत्रों में भारी बर्पबारी की संभावना जताई जा रही है। इसका सीधा असर पहले से लोगों को बेहाल कर चुकी दिल्ली की सर्दी पर भी हो सकता है।

आज दिल्ली में सबसे ठंडा दिन रहा। दिल्ली का औसत न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि आयानगर में सबसे कम 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग की उत्तर क्षेत्रीय पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से देश के उत्तरी भागों में पहाड़ों पर स्नोफॉल होगा। इसका असर मैदानी क्षेत्रों में पड़ेगा। पहाड़ों से आने वाली हवाएं दिल्ली-एनसीआर को ठंडा कर देंगी। अभी कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्पबारी नहीं हो रही है। इसके बावजूद वहां से आ रही ठंडी हवाओं ने दिल्ली का तापमान रिकॉर्ड स्तर तक गिरा दिया है। नए साल के आगाज पर बर्पबारी का लुत्फ उठाने वाले सैलानी श्रीनगर, शिमला, कुफरी, कुल्लू, मनाली, नैनीताल, मुक्तेश्वर और मसूरी पहुंच सकते हैं। यही सदी का सबसे ठंडा महीना है। शीतलहर बरकरार है।

कई इलाकों में कोल्ड डे से सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है। सुबह 8.30 बजे सफदरजंग में विजिबिलिटी 600 मीटर और पालम में 700 मीटर रिकॉर्ड की गई। कल ठंडी हवाएं चलने का अनुमान है। 31 दिसम्बर को गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है जबकि नए साल यानी एक जनवरी को तेज बारिश की संभावना जताई गई है। इन दोनों दिन तापमान छह डिग्री और अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इतनी ठंड के कारण बहरहाल प्रदूषण कम हो गया है। उत्तर और पूर्वोत्तर में कोहरे के कारण ट्रेनें लेट हो रही हैं।

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