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वुहान लैब में चमगादड़ों से मिले तीन तरह के वायरस

👤 Veer Arjun | Updated on:30 May 2020 5:47 AM GMT

वुहान लैब में चमगादड़ों से मिले तीन तरह के वायरस

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-अनिल नरेन्द्र

कोरोना वायरस महामारी दुनियाभर में तीन लाख 56 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है। यह वायरस पहली बार चीन के वुहान में पैला, जिसे लेकर अमेरिका लगातार चीन पर हमला बोल रहा है। अब चीनी मीडिया के हवाले से कहा गया है कि वुहान की लैब वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में चमगादड़ों में तीन तरह के वायरस मिले हैं। हालांकि वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर का कहना है कि इनमें एक भी वायरस नहीं है जिसने दुनियाभर में तबाही मचाईं है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस पहली बार वुहान के चमगादड़ों में पैदा हुआ और फिर दूसरे जीवों से इंसानों में पैला। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के डायरेक्टर ने चीनी स्टेट मीडिया को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दूसरों का यह दावा पूरी तरह गलत है कि वायरस इस लैब से पैला है। उन्होंने बताया कि लैब में चमगादड़ों से अलग-अलग वुछ वायरस मिले हैं। हमें तीन तरह के वायरस मिले हैं, लेकिन सार्स-सीओवी-2 से उसकी समानता की संभावना सिर्प 79.8 प्रातिशत ही है। उन्होंने बताया कि सार्स-सीओवी-2 का पूरा जीनोम सार्स की तरह का है और दोनों में समानता करीब 80 प्रातिशत तक हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने लगातार आरोप लगाया है कि लैब की सुरक्षा में चूक से यह कोरोना वायरस पैला है। चीन शुरू से ही झूठ बोलता चला आ रहा है।

अमेरिका बार-बार कह रहा है कि अगर चीन को वुछ छिपाना नहीं है तो वुहान की उस लैब की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच क्यों नहीं करने देता? अब जाकर बड़ी मुश्किल से चीन माना है। पर अब तक तो चीन ने सारे सुबूत मिटा दिए होंगे। हमें शायद कभी न पता चले कि यह वायरस वुहान की लैब से ही निकला? ऐसा लगता है कि यह वायरस ऐसा है जिस पर मौसम का कोईं असर नहीं पड़ता। हमें उम्मीद थी कि जब गमा तेज होगी तो इसका प्राकोप कम होगा पर ऐसा नहीं हो रहा। तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रहा है और कोरोना पॉजिटिव केस भी धड़ाधड़ बढ़ रहे हैं।

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