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चीन को गोपनीय सूचनाएं देने वाला पत्रकार गिरफ्तार

👤 Veer Arjun | Updated on:22 Sep 2020 7:21 AM GMT

चीन को गोपनीय सूचनाएं देने वाला पत्रकार गिरफ्तार

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-अनिल नरेन्‍द्र

चीन को खुफिया जानकारियां बेचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के एक स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा के दो साथियों को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में चीन की महिला क्विंग शी और उसके नेपाली साथी शेर सिह उर्प राज बोहरा शामिल है। चीनी महिला और उसके साथी शेर सिह पर आरोप है कि दोनों ने खुफिया जानकारी के बदले राजीव को वंपनियों के माध्यम से बड़ी मात्रा में पैसे दिए हैं। पुलिस के अनुसार राजीव के करीबियों पर नजर रखने के बाद चीनी महिला 30 साल की क्विंग शी और उसके साथी 30 साल के नेपाली शेर सिह उर्प राज बोहरा को गिरफ्तार किया है।

पूछताछ और जांच के आधार पर दिल्ली पुलिस का कहना है कि पत्रकार राजीव शर्मा (61 साल) ने चीनी खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारी मुहैया करवाईं। बदले में उन्हें हवाला के जरिये मोटी रकम दी गईं। आरोपी राजीव शर्मा के ईं-मेल और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट से रक्षा संबंधी वुछ गोपनीय दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि अन्य दस्तावेज मिले हैं। इन तीनों से स्पेशल सेल के साथ खुफिया एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं। इस बीच प्रोस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआईं) ने गिरफ्तारी को ताकत का बेजा इस्तेमाल करार देते हुए आरोप लगाया कि बिना सोचे-समझे यह कार्रवाईं की गईं है। एक बयान में पीसीआईं ने कहा कि जाने-माने स्वतंत्र पत्रकार और क्लब के सदस्य राजीव शर्मा की गिरफ्तारी के बारे में सुनकर ताज्जुब हुआ। ऐसा इसलिए कि स्पेशल सेल का संदेहास्पद ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। आमतौर पर दिल्ली पुलिस का भी ट्रैक रिकॉर्ड बहुत सुनहरा नहीं रहा है। प्रोस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआईं) ने आरोप लगाया कि मीडिया को जारी पुलिस के बयान के आधार पर हमें यह कहते हुए जरा भी हिचकिचाहट नहीं हो रही कि पुलिस ने बिना सोचे-समझे कार्रवाईं की है और शायद अस्पष्ट या संदिग्ध विचारों से प्रोरित होने के कारण ऐसा कदम उठाया गया।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के उपायुक्त संजीव वुमार यादव ने प्रोस कांप्रोंस में दावा किया कि पीआईंबी से मान्यता प्राप्त पत्रकार राजीव शर्मा ने चीनी रक्षा संबंधी गोपनीय सूचनाएं चीनियों को देकर गत डेढ़ साल में 40 लाख रुपए कमाए थे। शर्मा की प्रात्येक सूचना के बदले 1000 डॉलर मिलते थे। शर्मा चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में रक्षा मामलों पर लेख लिखते थे और वर्ष 2016 में चीनी एजेंटों के सम्पर्व में आए थे। शर्मा 2016 से 2018 तक चीनी खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील रक्षा और रणनीतिक जानकारी देने में शामिल थे। इसके लिए वह विभिन्न देशों में कईं स्थानों पर चीनी अधिकारियों से भी मिलते थे। इन बैठक में भारत-चीन सीमा मुद्दे पर, सीमा पर सेना की तैनाती और सरकार द्वारा तैयार रणनीति आदि की जानकारी साझा करते थे।

दावा है कि राजीव शर्मा के पास से रक्षा मंत्रालय के गोपनीय दस्तावेज भी मिले हैं। चीनी महिला क्विंग शी, उसके नेपाली साथी शेर सिह दिल्ली के महिपालपुर स्थित चीन की वंपनी एमजेड फाम्रेसी और एमजेड माल के संयुक्त निदेशक हैं। यादव ने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर 14 सितम्बर को 61 साल के राजीव शर्मा को उनके पीतमपुरा स्थित अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया था। राजीव को 15 सितम्बर को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। स्पेशल सेल और अन्य सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रायास कर रही हैं कि देश की रक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेज जुटाने में उसकी मंशा क्या थी।

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