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दो नायकों वाली फिल्में करने में कोई बुराई नहीं है : आयुष्मान

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:20 Aug 2017 4:12 PM GMT

दो नायकों वाली फिल्में करने में कोई बुराई नहीं है : आयुष्मान

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मुंबई, (भाषा)। आयुष्मान खुराना का कहना है कि अगर पटकथा अच्छी हो तो कोई भी अभिनेता दो नायकों वाली फिल्म का हिस्सा बन सकता है और अभिनेता को इसमें कोई बुराई भी नजर नहीं आती है। हाल में फिल्मकार रोहित शेट्टी ने कथित रूप से कहा था कि उनकी राम लखन की रिमेक फिल्म पर काम आगे नहीं बढ़ पाया क्योंकि अभिनेता एक दूसरे के साथ काम करने में असुरक्षित महसूस करते हैं।

अपनी हालिया फिल्म त्र्बरेली की बर्फी में अभिनेता पहली बार पर्दे पर राजकुमार राव के साथ अभिनय करते दिख रहे हैं।पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में आयुष्मान ने कहा, मैंने कभी दो नायकों वाली फिल्म नहीं की थी और ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है। स्त्रविकी डोनर में मुझे लगा कि अन्नू कपूर की भूमिका मुझसे बेहतर लिखी गयी थी। लेकिन वह मेरे समकालीन नहीं थे। राजकुमार हैं। लेकिन अगर पटकथा अच्छी है तो फिर क्यों नहीं। कभी-कभार दो नायकों वाली फिल्में करना भी अच्छा होता है। उन्होंने कहा, एक व्यक्ति और अभिनेता के रूप में मैं उन्हें (राजकुमार को) पसंद करता हूं। इस किरदार के लिये मैंने ही उनका नाम सुझाया था। जबकि उनकी भूमिका बेहतर तरीके से लिखी गयी थी। मैं जानता था कि फिल्म में अभिनय के लिये उन्हें अच्छी प्रतिक्dिरया मिलेगी। 32 वर्षीय अभिनेता ने कहा, मुझे इस बात में बिल्कुल हैरानी नहीं होगी अगर वे यह कहें कि उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया, क्योंकि उनकी भूमिका वैसी ही है। फिल्म में एक विनम्र व्यक्ति से गुस्सैल व्यक्ति में उनके तब्दील होने का कारण भले ही मैं रहा हूं लेकिन उन्होंने इसे करके दिखाया है।

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