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हिंदी सिनेमा जगत के पहले शोमैन राजकपूर हर दिल अजीज रहेंगे

👤 manish kumar | Updated on:15 Dec 2019 6:18 AM GMT

हिंदी सिनेमा जगत के पहले शोमैन राजकपूर हर दिल अजीज रहेंगे

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तारीख : 14 दिसम्बर 1924, स्थान : पेशावर (अब पाकिस्तान में), जन्म एक लीजेंड का, नाम राज पृथ्वी कपूर जिन्हें दुनिया केवल राज कपूर के नाम से पुकारती है। जी हां, हिंदी सिनेमा के पहले शोमैन रहे राज कपूर का जन्म आज ही के दिन हुआ था।

थियेटर और सिनेमा का संस्कार तो उन्हें विरासत में मिला था, लेकिन उसे पल्लवित और पुष्पित करने का काम स्वयं किया था। 1935 में महज 10 साल की उम्र में 'इंकलाब' फिल्म से अभिनय की दुनिया मे कदम रखने वाले राज कपूर 1947 आते आते अपने समय के सबसे कम उम्र के निर्देशक बन गए। अपने बैनर आर.के.स्टूडियो की स्थापना करके 'आग' का निर्माण और निर्देशन किया। इसके बाद तो आर. के. स्टूडियो से सफल और सार्थक फिल्मों की कतार लग गयी। 'आवारा' (1951), श्री 420 (1955), जागते रहो (1956), जिस देश में गंगा बहती है (1960) में आई।

राज कपूर की फिल्मों में रोमांस के साथ साथ करुणा का अद्भुत तालमेल मिलता है। उन्हें भारतीय फिल्मों का चार्ली चैपलिन भी कहा जाता है। उनके समकालीन अभिनेता देव आनंद जहां ग्रेगरी पेक की संवाद अदायगी को अपनाया था, वहीं राज कपूर चार्ली चैपलिन से अपने को जोड़ लिया था।

राज कपूर की अपनी टीम थी जिसके साथ उन्होंने ताउम्र काम किया उनके कैमरामैन होते थे राधू करमाकर तो संगीत का जिम्मा शंकर जयकिशन के पास था। संगीतकारों की इस जोड़ी ने राजकपूर के लिए बेमिशाल गीत बनाये।

राजकपूर ने ख्याति और रचनात्मकता की मिसाल पेश की। लेकिन हर बार सफलता मिल ही जाय ऐसा अमूमन नहीं होता। उत्कृष्टता के सभी पैमाने पर खरा उतरने के वावजूद असफलता हाथ लगती है। यही राजकपूर के साथ भी हुआ था। उन्होंने 1970 में एक महत्वाकांक्षी फिल्म बनाने की कोशिश की। उस फिल्म का नाम था 'मेरा नाम जोकर'। बड़े पैमाने पर फिल्म बनी। उस समय के नामचीन कलाकार राजेन्द्र कुमार और धर्मेंद्र के अभिनय से सजी फिल्म थी। लेकिन बॉक्स आफिस पर फिल्म पीट गयी। राजकपूर का स्टूडियो, बंगला सब गिरवी पर चला गया। एक संवेदनशील कलाकार के जीवन का सबसे बुरा समय था। लेकिन राजकपूर तो राजकपूर थे। उन्होंने अपने 18 वर्षीय पुत्र ऋषि कपूर को लेकर 1973 में 'बॉबी' बना डाली। किशोर प्रेम पर बनी 'बॉबी' ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। सफलता के झंडे गाड़ दिए। ऋषि कपूर और डिम्पल कपाड़िया रातोंरात स्टार बन गए।

आज अपने पिता को याद करते हुए ऋषि कपूर ने ट्वीटर पर राजकपूर के 'मेरा नाम जोकर' के आइकॉनिक पोस्टर को शेयर किया है। राजकपूर को याद करने के लिए इससे बढ़िया और कोई पोस्टर नहीं हो सकता था।

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