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कोरोना को लेकर चीन ने दुनिया को किया भ्रमित

👤 manish kumar | Updated on:31 March 2020 4:57 AM GMT

कोरोना को लेकर चीन ने दुनिया को किया भ्रमित

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- अनिल नरेंद्र

चीन के वुहान शहर से पैला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में पैल चुका है। आज करीब 196 देशों में कोरोना के मामले सामने आए हैं।दरअसल चीन ने इस पूरे मामले में कईं अहम जानकारी छिपाईं जिससे यह महामारी बन गईं। कोरोना वायरस के कहर से लगभग पूरी दुनिया में जिदगी ठहर-सी गईं है। चीन के वुहान से शुरू हुए इस किलर वायरस से अब तक हजारों लोग मारे गए हैं। यही नहीं, करीब 150 से अधिक देशों पर कोरोना वायरस का बहुत बुरा असर पड़ा है। चीन ने अगर शुरुआत में और ज्यादा पारदर्शिता बरती होती तो कोरोना को शायद रोका जा सकता था। कम से कम इसके इतने बड़े प्राकोप से बचा जा सकता था। अमेरिका की पत्रिका नेशनल रिव्यू में छपे लेख के मुताबिक चीन ने आंकड़े दुनिया से छिपाकर रखे जिससे यह लड़ाईं अब बहुत मुश्किल हो गईं है। शुरुआत वुहान के जंगली जानवरों के बाजार से शुरू हुईं। दिसम्बर 2019 को पहले मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण सामने आए। पांच दिन बाद मरीज की पत्नी भी कोरोना से संव््रामित हो गईं। इस दौरान यह साफ संकेत सामने आया कि यह वायरस इंसान से इंसान में पैल रहा है।

31 दिसम्बर को वुहान के हैल्थ कमिशन ने यह घोषित कर दिया कि यह वायरस इंसान से इंसान में नहीं पैलता है। चीन ने इस तरह के मामले सामने आने के तीन हफ्ते बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसके बारे में सूचना दी। आइए जानते हैं कि चीन ने किस तरह से इस पूरे मामले को दुनिया से छिपाए रखा। दिसम्बर 2019, इस दिन पहले मरीज में कोरोना के लक्षण सामने आए। पांच दिन बाद मरीज की पत्नी भी कोरोना वायरस से पीिड़त हो गईं और उसे भी अलग-थलग अस्पताल में भता कराया गया। दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में वुहान के डॉक्टर उन लोगों की तलाश कर रहे थे जिनमें यह वायरस पैला था।इस दौरान यह साफ संकेत सामने आया कि वायरस इंसान से इंसान में पैल रहा है। 25 दिसम्बर को वुहान के दो चीनी मेडिकल स्टॉफ में भी कोरोना का लक्षण पाया गया और उन्हें अलग-थलग कर दिया गया।

इस पूरे मामले का खुलासा करने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग ने डॉक्टरों के एक समूह को चेतावनी दी कि यह सार्स हो सकता है। 31 दिसम्बर को वुहान के हैल्थ कमिशन ने यह घोषित कर दिया कि यह वायरस इंसान से इंसान में नहीं पैलता है। यही नहीं, चीन ने इस तरह के मामले सामने आने के तीन सप्ताह बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन को इस बारे में बताया। इसके बाद डॉक्टरा ली को वुहान के पब्लिक सिक्यूरिटी में बुलाया गया और उन पर अफवाह पैलाने का आरोप लगाया। यही नहीं, चीन के नेशनल हैल्थ कमिशन ने आदेश दिया कि इस बीमारी के बारे में कोईं सूचना सार्वजनिक नहीं की जाए। उसी दिन हुबेईं के प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग ने वुहान के सारे नमूनों को नष्ट कर दिया। न्यूयॉर्व टाइम्स ने छह जनवरी को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि 59 लोग वुहान में न्यूमोनिया जैसी बीमारी से पीिड़त हैं। इसके बाद जाकर चीन ने सेवन 1 की यात्रा निगरानी जारी की। चीन ने कहा कि लोग वुहान में जिदा या मरे हुए जानवरों, जानवरों के बाजार और बीमार लोगों से दूर रहे। चीन की इस देरी का नतीजा यह हुआ कि आज कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया।

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