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मुझे मध्यप्रदेश की जनता का आशीर्वाद चाहिए, यही मेरी सबसे बड़ी पूंजीः मोदी

👤 mukesh | Updated on:24 April 2024 9:06 PM GMT

मुझे मध्यप्रदेश की जनता का आशीर्वाद चाहिए, यही मेरी सबसे बड़ी पूंजीः मोदी

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भोपाल (Bhopal)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के सागर और बैतूल में दो विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज सागर और बैतूल की धरती पर जनसागर उमड़ पड़ा है। पूरे मध्यप्रदेश ने फिर एक बार मोदी सरकार का मन बना दिया है। मुझे मध्यप्रदेश की जनता का आशीर्वाद चाहिए, यही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। जनता भगवान का रूप है और जब जनता आशीर्वाद देती है तो आशीर्वाद स्वयं भगवान का आशीर्वाद होता है। इन दिनों आशीर्वाद देने का एकमात्र तरीका कमल के निशान पर बटन दबाना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के विकास के लिए एक स्थिर सरकार की कितनी आवश्यकता होती है, यह मध्यप्रदेश के लोग भली-भांति जानते हैं। सही नीति और सही विजन के साथ ही विकास संभव है। इसलिए, देश में विकास तब हुआ, जब कांग्रेस सत्ता से बाहर गई और भाजपा ने सरकार बनाई। कांग्रेस शासन में मध्यप्रदेश बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था, मगर भाजपा सरकार में वहीं मध्य प्रदेश विकास की ऊंचाइयों को छू रहा है। मप्र में केन-बेतवा लिंक परियोजना का ऐतिहासिक कार्य शुरू हो गया है और सिंचाई के लिए बंडा-बृह सिंचाई परियोजना के काम को भी भाजपा सरकार ने गति प्रदान की है। मध्य प्रदेश में हाईवे का जाल बिछाया गया है। केंद्र की भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश को 350 से ज्यादा रेल परियोजनाओं की सौगात भी दी है।

मोदी ने कहा कि देश की जनता के वोट ने विदेश में भारत का डंका बजा दिया, देश के दुश्मनों के होश को ठिकाने लगा दिया और 500 वर्षों बाद रामलला को भव्य राम मंदिर में विराजमान करवाया। पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्य मात्र ट्रेलर हैं, अभी तो मुझे देश को बहुत आगे लेकर जाना है। आदिवासी क्रांतिकारी सरदार गंजन सिंह कोरकू और सरदार विष्णु सिंह गौण के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। भाजपा सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित किया और लाखों आदिवासियों को वन अधिकार का पटका दिया। पिछले 10 वर्षों में किए गए कल्याण कार्यों ने आदिवासी महिलाओं के जीवन को सुगम बनाने का काम किया है। दूसरी ओर तेलंगाना के कांग्रेस मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी एक विशेष समुदाय को आरक्षण देने की बात कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की ऐसी सच्चाई सामने आई है, जिसे सुनकर हर देशवासी सन्न हो गया है। देश के संविधान में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं दिया जाएगा। स्वयं बाबा साहेब अंबेडकर भी धर्म के नाम पर आरक्षण के विरुद्ध थे लेकिन कांग्रेस ने वर्षों पहले धार्मिक आरक्षण का खतरनाक संकल्प लिया और इस संकल्प को पूरा करने के लिए कांग्रेस वर्ष दर वर्ष भांति-भांति के हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस देशवासियों के आंखों में धूल झोंककर अपना खेल कर रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2004 में आंध्रप्रदेश में धर्म आधारित आरक्षण देकर संविधान की मूल भावना का उल्लंघन किया। इसके बाद 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोनों बार धर्म के आधार पर आरक्षण का वादा किया था। कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का 15 प्रतिशत कोटा काटकर धर्म के आधार पर बांटना चाहती है। कर्नाटक में कांग्रेस की पिछली सरकार ने धर्म आधारित आरक्षण दिया था, लेकिन भाजपा ने सरकार बनने के बाद बाबा साहब के प्रति समर्पण भाव से भारत के संविधान की पवित्रता का सम्मान करते हुए उस धर्म आधारित आरक्षण को खत्म कर दिया। एक बार फिर कांग्रेस ने कर्नाटक में गैर कानूनी तरीके से ओबीसी समाज के आंख में धूल झोंक कर एक वर्ग विशेष की सभी जातियों को ओबीसी कोटा में शामिल कर दिया। कांग्रेस यही फॉर्मूला पूरे देश में लागू करना चाहती है। चुनाव तो आएंगे जाएंगे, लेकिन ये खतरनाक खेल देश की जनता की आने वाली पीढ़ियों को तबाह कर देगा। कांग्रेस ओबीसी समुदाय की सबसे बड़ी दुश्मन है। कांग्रेस ने सामाजिक न्याय की हत्या की है। कांग्रेस ने संविधान की भावना को ठोकर पहुंचाकर बाबा साहब का घोर अपमान किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राज्यों में चल रहे एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण को काट कर मुस्लिमों को देने के खेल को बंद करने के लिए मोदी को 400 पार चाहिए। मोदी को दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के आरक्षण की रक्षा करनी है। मोदी जनता को रक्षण देकर ही रहेगा। कांग्रेस जनता की संपत्ति भी छीनना चाहती है। कांग्रेस देश में संपत्ति का सर्वे करवाकर अधिक संपत्ति और महिलाओं के गहने छीन कर अपने वोटबैंक को बांटने की बात कहती है। जनता को ये बिल्कुल मंजूर नहीं है। आज कांग्रेस का छिपा हुआ एजेंडा बाहर आ गया है। कांग्रेस ने आज विरासत पर टैक्स लगाने की घोषणा की है। भारत में हर घर में बुजुर्ग अपने पोता-पोतियों के लिए संपत्ति को बचाए रखते हैं, लेकिन कांग्रेस इस विरासत पर भी कर लगाना चाहती है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस भारत के सामाजिक मूल्यों इतना कट चुकी है कि कांग्रेस को पारिवारिक मूल्यों का भी अंदाजा नहीं रहा है। भारतीय जरूरत के हिसाब से पैसे खर्च करते हैं, और बचत करने का प्रयास करते हैं लेकिन कांग्रेस पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली संपत्ति को भी लूटना चाहती है। कांग्रेस का मंत्र है, कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ और जिंदगी के बाद भी। कांग्रेस को देश की पहचान और संविधान से नफरत है, इसीलिए ये हर तरीके से देश की साख को कमजोर करना चाहते हैं। ये नेता समाजों को आपस में लड़वाने के लिए नए नए पैंतरे अपनाते हैं। कांग्रेस अब कह रही है कि यह कांग्रेस के शहजादे के सलाहकार का निजी बयान है जबकि 2011 में भी कांग्रेस ने देश में विरासत कर लागू करने की वकालत की थी। विरासत पर टैक्स लगाने की कांग्रेस की इच्छा बहुत पुरानी है।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन अब तक अपने नेतृत्व को तय नहीं कर पाया है, लेकिन भाजपा के पास मोदी का नेतृत्व, 10 वर्ष के कार्यों का हिसाब और अगले 25 वर्षों के विकास का रोडमैप है। इंडी गठबंधन के दल हर वर्ष, नया प्रधानमंत्री की योजना बना रहे हैं। यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने नहीं, बल्कि देश को तबाह करने का खेल है।

मोदी ने कहा कि भगवान राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस प्रभुराम की प्राण प्रतिष्ठा के निमत्रंण को ठुकरा दिया। जनता ने अब इस कांग्रेस को ठुकराने का निर्णय ले लिया है। कांग्रेस का विरोध केवल अयोध्या और राम मंदिर तक ही नहीं बल्कि इन नेताओं को मंदिर जाने वाले शरणार्थियों से भी दिक्कत है। पिछले वर्ष जब मैंने मध्य प्रदेश में संत रविदास मंदिर का उद्घाटन किया था तो कांग्रेस नेताओं ने कहा उस मंदिर पर भी प्रश्न खड़े किए थे। कांग्रेस को एक महान दलित संत का मंदिर भी बर्दाश्त नहीं होता। उन्होंने उपस्थित जनसैलाब से आगामी 7 मई को स्थानीय प्रत्याशी को विजयी बनाकर राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभाने, देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनाने और विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान देने की अपील की।

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