स्वास्थ्य मंत्री जैन को नहीं खबर',जुलानिया फंड बांट गए
भोपाल (ब्यूरो मप्र)। मध्य प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी (एमयू) के विकास व उन्नयन के लिए रखे फंड के बंटवारे पर सवाल उठ रहे हैं। कुलपति आरएस शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एमयू से सम्बद्ध कॉलेजों को रेवड़ी की तर्ज पर फंड बांटने की प्रािढया को राज्यपाल द्वारा मनोनीत कार्यपरिषद मेंबर ने ही अनुचित ठहराया है। वहीं जबलपुर में उपलब्ध होने के बावजूद एसीएस जुलानिया ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री शरद जैन को बैठक में बुलाने की जरूरत नहीं समझी।मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विवि (एमयू) जबलपुर के विकास और विस्तार की योजना पर गौर करने की बजाय बैठक में उससे सम्बद्ध कॉलेजों को धनराशि देने पर जोर दिया गया। एमयू के खजाने में रखी राशि आवंटित करने के पीछे तर्प दिया जा रहा है कि इससे प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों का विकास होगा। ताज्जुब इस बात का है कि एसीएस जुलानिया की मौजूदगी में आयोजित पहली बैठक में विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शरद जैन को न बुलाया गया और न ही उनसे मौखिक चर्चा की गई।