महुआ पेड़ को लेकर मचा बवाल, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में लगी धारा 144
होशंगाबाद । मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के पिपरिया कस्बे के पास स्थित नयागांव में चमत्कारिक बताये जा रहे महुआ के पेड़ को छूने पर जिला प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही पिपरिया के आसपास और पूरे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में धारा 144 लगा दी गई है। यहां किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इस संबंध में पिपरिया एसडीएम केडी त्रिपाठी ने आदेश जारी कर दिया है। दरअसल यहां के महुआ पेड़ के दर्शन के लिए लगातार भीड़ उमड़ रही थी, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। इसीलिए कदम उठाया गया है।
नयागांव स्थित जंगल में एक महीने से करीब 25 साल पुराने महुआ के पेड़ को लेकर अफवाह फैली हुई है। कहा जा रहा है कि इस पेड़ को पांच रविवार या बुधवार को छूने से किसी भी असाध्य बीमारी से छुटकारा मिल जाता है। इसी अंधविश्वास के चलते यहां हजारों लोग पहुंचते हैं। बुधवार को भी पेड़ को छूने के लिए हजारों लोग पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इससे लोग भड़क गए और पथराव कर दिया, जिससे बनखेड़ी टाई शंकरलाल झरिया समेत करीब छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। होशंगाबाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने एडीएम केडी त्रिपाठी को गुरुवार को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मांगी। एसडीएम ने कलेक्टर के निर्देश पर महुए के पेड़ को छूने पर प्रतिबंध लगाते हुए पूरे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में धारा 144 लगा दी। पुलिस पर पथराव कर जानलेवा हमला करने के मामले में 86 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।
होशंगाबाद के पुलिस अधीक्षक एमएल छारी ने बताया कि महुआ के पेड़ को छूने के लिए यहां भारी भीड़ जमा हो रही थी। बुधवार देर शाम यहां भारी संख्या में लोग आए थे। पुलिसकर्मियों ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें समझाया, लेकिन वे नहीं माने तो पुलिस ने सख्ती दिखाई, लोगों ने उन पर पथराव कर दिया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। यह एसटीआर का क्षेत्र है। व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस तैनात की गई थी, इसलिए वहां लगाई गईं दुकानों को हटा दिया गया है। पुलिस पर हमला करने के आरोप में आसपास के नयागांव, नंदवाड़ा, लांझी के ही लोगों का हाथ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि महुए के पेड़ में कोई चमत्कार नहीं है। लोगों का इसके छूने से फायदा हो रहा है, यह जांच का विशेष है। वनस्पति मामलों के विशेषज्ञ डॉ. रविन्द्र अभ्यंकर से इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना है कि महुए का पेड़ एक सामान्य पेड़ है। इसमें ऐसी कोई शक्ति नहीं होती जिसे देखने से या छूने से रोगों पर नियंत्रण हो सके। हिस