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मप्र : बैंक कर्मी 26 व 27 सितम्बर को हड़ताल पर रहेंगे, चार दिन बैंक रहेंगे बंद

👤 Veer Arjun | Updated on:15 Sep 2019 7:37 AM GMT

मप्र : बैंक कर्मी 26 व 27 सितम्बर को हड़ताल पर रहेंगे, चार दिन बैंक रहेंगे बंद

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भोपाल । केंद्र सरकार के बैंकों के विलय के विरोध में बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया है। इसको लेकर बैंक आफिसर्स यूनियन ने आगामी 26 और 27 सितम्बर को दो दिवसीय हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही यूनियन नवंबर के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का मन बना रही है। इस दो दिवसीय हड़ताल के चलते 26 और 27 सितम्बर को तो बैंक का कामकाम ठप रहेगा ही, साथ ही 28 सितम्बर को माह का चौथा शनिवार और अगले दिन 29 सितम्बर को रविवार का अवकाश होने के कारण बैंक लगातार चार दिन बंद रहेंगे।

दरअसल, केंद्र सरकार ने 10 राष्ट्रीयकृत बैंकों का विलय करते हुए उन्होंने चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है। इसके बाद यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का पंजाब नेशनल बैंक में विलय किया जाएगा। बैंकों के विलय के विरोध में बैंक ऑफिसर्स ट्रेड यूनियन ऑर्गनाइजेशन ने आगामी 25 सितम्बर की रात से 27 सितम्बर की रात तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इसमें चार यूनियनें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर कांग्रेस और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर शामिल हैं। यह जानकारी मप्र बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव वीके शर्मा ने रविवार को दी।

बैंक आफिसर्स का मानना है कि बैंकों के विलय से कर्मचारी के हित प्रभावित होंगे, इसीलिए उन्होंने हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा यूनियनों ने मांग की है कि सरकार बैंकों में हफ्ते में छह दिन के बजाए पांच दिन का कार्य दिवस किया जाए, कैश ट्रांजेक्शन का समय घटाया जाए, आरबीआई के नियमों के अनुसार पेंशन की जाए, एनपीएस को समाप्त कर ग्राहकों सर्विस चार्ज में कमी, सेलेरी और वेतन में बदलाव किया जाए। इसके साथ ही यूनियन ने 11वां वेतन समझौता लागू करने की मांग भी की है।

मप्र बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव वीके शर्मा ने आज बताया कि मौजूदा समय में बैंक अधिकारी व क्लर्क का वेतन राज्य और केंद्र सरकार के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से भी कम है। राष्ट्रीयकृत बैंकों को अन्य बैंकों में विलय होने से वहां काम करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों के हित प्रभावित होंगे। इसी को देखते हुए बैंक आफिसर्स ट्रेड यूनियनों ने दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की है। इसके बाद भी अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो नवम्बर के दूसरे सप्ताह में अनिश्चितकालीन हड़ताल भी की जा सकती है।

कुल मिलाकर बैंकों की 26 और 27 सितम्बर को हड़ताल रहेगी। इसके बाद 28 सितम्बर को महीने का चतुर्थ शनिवार और 29 सितम्बर को रविवार का अवकाश होने के कारण लगातार चार दिन बैंक बंद रहेंगे। इससे ग्राहकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए नागरिक को अपने बैंक संबंधी कामकाज इससे पहले ही निपटा लें।

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