कांग्रेस की मांग,पीपीएफ और बचत पर पुराना ब्याज दर बहाल करे सरकार
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान ब्याज दरों को घटाने के निर्णय को तर्कहीन बताया है। विपक्षी पार्टी ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से 30 करोड़ जमाकर्ता प्रभावित होंगे तथा 90 करोड़ व्यक्तियों की आय छीनेगी। कांग्रेस ने सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार कर पुराना ब्याज दर बहाल करने की मांग की है।
कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिर ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। लोगों को सरकार से आर्थिक राहत की उम्मीद थी लेकिन सरकार ने पीपीएफ एवं छोटे बचत पर ब्याज दरों में कटौती कर उनकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। सरकार के इस निर्णय से जहां 30 करोड़ जमाकर्ता प्रभावित होंगे और 90 करोड़ व्यक्तियों की आय पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा।
जयवीर शेरगिल ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को समझना चाहिए कि यह समय लोगों को आर्थिक तौर पर और परेशान करने का नहीं, बल्कि आय के मामले में लोगों को किसी प्रकार से राहत देने का है। उन्होंने कहा कि एक तरफ देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर में है, लॉकडाउन से व्यापारी से लेकर मजदूर तक सभी हलकान है, ऐसे में लोगों की आय में कटौती का फैसला उनके भरोसे पर कुठाराघात है। कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वो वेतनभोगी, मध्यम वर्ग, किसानों एवं समाज के अन्य वर्गों के लिए ईएमआई पर ब्याज माफ करने की घोषणा करे। साथ ही ब्याज दरों में कटौती के फैसले की जगह उन्हें वृद्धि का ऐलान करें।
उल्लेखऩीय है कि सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और लोक भविष्य निधि समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें 2020-21 की पहली तिमाही के लिए 1.4 प्रतिशत तक घटा दीं। बैंक जमा दरों में कटौती के बीच यह कदम उठाया गया है। (एजेंसी हिस.)