उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली । भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए अथक परिश्रम किए और देश के विकास में उनका बड़ा योगदान था।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए उनका प्यार हमेशा हर भारतीय के लिए प्रेरणा बना रहेगा। उन्होंने कहा, 'वह एक महान देशभक्त थे, जिन्होंने भारत की जम्मू और कश्मीर की राष्ट्रीय एकता और भारत में एकता को बनाए रखने के लिए अथक संघर्ष किया। मातृभूमि के प्रति उनका प्यार हमेशा भारत के लिए प्रेरणा बना रहेगा।'
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के उप-कुलपति थे और उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले उद्योग और आपूर्ति मंत्री के रूप में देश की सेवा की।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्विटर पर कहा, 'मैं डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। वह एक सच्चे देशभक्त थे, उन्होंने भारत के विकास के लिए बड़ा योगदान दिया। मुखर्जी ने भारत की एकता को आगे बढ़ाने के लिए साहसी प्रयास किए। उनके विचार और आदर्श देशभर में लाखों लोगों को ताकत देते हैं।'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उनके विचार 'आत्मनिर्भर भारत' के निर्माण में अत्यंत अनुसरणीय हैं।
नड्डा ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, 'राष्ट्रोत्थान व सेवा भाव को आधार बनाकर भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वाले परम श्रद्धेय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन। समतामूलक समाज व अखंड भारत की संकल्पना के पोषक आपके विचार "आत्मनिर्भर भारत" के निर्माण में अत्यंत अनुसरणीय हैं।'
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुखर्जी एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचार थे। वह भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान देशभक्त, चिंतक, शिक्षाविद एवं राष्ट्रीय एकता और अखंडता के समर्थक थे। उल्लेखनीय है कि मुखर्जी का जन्म 06 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ था।