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कानपुर शूटआउट : चौबेपुर थाने में 10 कॉन्स्टेबलों का तबादला, आधी रात को जारी हुआ आदेश

👤 Veer Arjun | Updated on:7 July 2020 6:10 AM GMT

कानपुर शूटआउट : चौबेपुर थाने में 10 कॉन्स्टेबलों का तबादला, आधी रात को जारी हुआ आदेश

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कानपुर । कानपुर मुठभेड़ के दौरान 8 पुलिसकर्मियों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस विकास दुबे की खोज में जुटी हुई है। हालांकि, अब तक कुख्यात विकास दुबे पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। उसके पता बताने वालों के लिए ढाई लाख रुपये का इनाम भी रखा गया है। इन सबके बीच बीती रात कानपुर पुलिस लाईन से 10 कॉन्स्टेबल को चौबेपुर थाना ट्रांसफर कर दिया गया।

कानपुर के आईजीपी मोहित अग्रवाल के अनुसार दरअसल विकास दुबे के मुखबिरी के शक में चौबेपुर थाना के पुलिसकर्मियों से पूछताछ चल रही है और जांच जारी है। इसी वजह से पुलिस लाईन से 10 कॉन्स्टेबल की चौबेपुर थाने में तैनाती की गई है। एसएसपी दिनेश कुमार की ओर से आधी रात को ये आदेश जारी किया गया।

विकास दुबे की खोजबीन जारी

विकास दुबे को लेकर पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। हापुड़ और फिरोजाबाद में भी उसके पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही इनामी राशि को भी बढ़ाया गया है। इसके अलावा पुलिस ने विकास दुबे की एक नौकरारीन, कुछ रिश्तेदारों और पड़ोसी पर भी शिकंजा कसा है। पुलिस को शक है कि विकास दुबे नेपाल भी भाग सकता है।

इसलिए नेपाल की ओर जाने वाली सड़कों पर भी पुलिस की नजर है। गैंगस्टर विकास दुबे के मध्य प्रदेश में घुसने की संभावना के चलते पुलिस वहां भी अलर्ट पर है। इस सिलसिले में प्रदेश के ग्वालियर और चंबल इलाके के पुलिस अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं।

अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित

इससे पहले सोमवार को इस मामले में तीन और पुलिसकर्मी निलंबित किए गए। शनिवार को चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी को भी निलंबित कर दिया गया था। निलंबित होने वालों में उपनिरीक्षक कुंवरपाल, उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव भी शामिल हैं। ये सभी चौबेपुर थाने में तैनात थे। तीनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गयी है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते गुरुवार देर रात कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। इसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। इस दौरान पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल हुआ था।

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