पुलिस को आवाज का नमूना लेने के लिए दिनाकरण की सहमति लेने की मिली अनुमति
नई दिल्ली, (विसं)। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने अन्नाद्रमुक ःअम्माः धड़े के नेता टी टी वी दिनाकरण की आवाज का नमूना लेने के लिए उनकी सहमति लेने की दिल्ली पुलिस को आज अनुमति दे दी। पुलिस को चुनाव आयोग के अधिकारी को कथित तौर पर रिश्वत देने का प्रयास करने के मामले में जांच के लिए दिनाकरण के आवाज के नमूने की जरूरत है।
विशेष न्यायाधीश पूनम चौधरी ने कहा, ``चूंकि सीडी में आरोपी की कथित आवाज से मिलाने के लिए उसकी ःदिनाकरणः की सहमति की आवश्यकता है, इसलिए न्याय के हित में सीएफएसएल, सीबीआई लोधी रोड द्वारा सीडी में मौजूद आरोपी की कथित आवाज की तुलना आरोपी की आवाज से करने के लिए उसका नमूना हासिल करने के लिए उसकी सहमति लेने के लिए जांच अधिकारी को जरूरी कदम उ"ाने की अनुमति देना मैं उचित मानती हूं।'' दिन में अदालत ने संदिग्ध हवाला ऑपरेटर ललित कुमार उर्फ बाबू भाई को शनिवार तक दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने कहा था कि उसकी हिरासत अन्य आरोपियों की पहचान और उस मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए जरूरी है, जिसका उसने कथित तौर पर इस्तेमाल अन्य आरोपी से बातचीत करने में किया। लोक अभियोजक बलबीर सिंह ने कुमार की हिरासत की मांग करते हुए कहा कि वह उनमें से था जिसने एक करोड़ से अधिक की बिना हिसाब की रकम एक अज्ञात व्यक्ति को सौंपी, जिसे गिरफ्तार आरोपी और बिचौलिया सुकेश चंद्रशेखर को दिया जाना था। उन्होंने दलील दी कि यह धन चुनाव आयोग के अधिकारी को रिश्वत देने के लिए था ताकि अन्नाद्रमुक ःअम्माः के पक्ष में चुनाव चिह्न के मामले में अनुकूल आदेश प्राप्त किया जा सके। पुलिस ने दिनाकरण और चंद्रशेखर के आवाज की तुलना सीडी में मौजूद व्यक्ति की आवाज से करने के लिए उनकी सहमति हासिल करने के लिए अनुमति मांगी थी। जहां चंद्रशेखर ने आवाज के नमूने के लिए अपनी सहमति देने से मना कर दिया था, वहीं दिनाकरण ने सीडी की एक प्रति मांगी, जिसमें उसके, चंद्रशेखर और अन्य के बीच फोन पर हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग है।दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अदालत में कहा था कि उन्हें 50 करोड़ रुपये के रिश्वतखोरी के मामले में आवाज के नमूने की आवश्यकता है। अदालत ने अब दिनाकरण और उनके करीबी सहायक मल्लिकार्जुन की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई के लिए सोमवार की तारीख निर्धारित की है। दिनाकरण और मल्लिकार्जुन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।मामले में एक अन्य आरोपी कथित हवाला ऑपरेटर नत्थू सिंह भी 29 मई तक न्यायिक हिरासत में है।
दिनाकरण को चार दिन की पूछताछ के बाद 25 अप्रैल की रात को यहां गिरफ्तार किया गया था। दिनाकरण पर आरोप हैं उन्होंने अविभाजित अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न `दो पत्तियां' हासिल करने के लिए चुनाव आयोग के अज्ञात अधिकारी को रिश्वत देने का प्रयास किया था।