निरंकारी मिशन आज मनाएगा समर्पण दिवस
लुधियाना-(राजकुमार)। विश्व भर के निरंकारी श्रद्धालुओं के लिए एक ऐसी खबर लेकर आया की उस दुखत समाचार को अभी तक कोई नही भुला सका , उस दिन निरंकारी श्रद्धालुओं ने निरंकारी मिशन के चौथे सतगुरु हदय सम्राट निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के भ्रहमलीन होने की खबर ने दिल के आंसु रोने पर मजबूर कर दिया, 13 मई 2016 का ये वो समय था जब किसी को भी विश्वास नही हो रहा था की अपने आपको `दास' कहने वाले निरंकारी श्रद्धालुओं के हदय सम्राट संपूर्ण पैगंबर बाबा हरदेव सिंह जी का निरंकार में लीन होने का समाचार मिला, पुरे संसार में करोड़ो निरंकारी श्रद्धालुओं की आंखे अपने सतगुरु के प्यार में स्थिर सी हो गईं यह सिलसिला सिर्फ भारत में ही नही बल्कि पुरे संसार के निरंकारी श्रद्धालुओं में था, क्यूंकि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी ने निरंकारी मिशन की बा?डोर को संभाले 36 साल हो चुके थे और उनकी छत्र छाया में निरंकारी मिशन सामाजिक सेवाओं सहित पेम का वातावरण संजोय भी था। निरंकारी मिशन में सतगुरु के रुप में अपनी सेवा करते हुए कभी भी बाबा हरदेव सिंह जी ने अपने आपको सदा संगत का दास ही कहा, ना कभी दिन देखा ना कभी रात रहमतो का सिलसिला लगातार एक शहर से दूसरे शहर एक देश से दूसरे देश तक बढ़ता गया, 8 मई को न्यू जर्सी अमेरिका में आशीर्वाद देते हुए कहा कि दातार कृपा करे स्वीकार बना रहे पिछले कुछ महीने से दास को सत्संग में अकेला देख कर महापुरुषों ने यही पार्थना की हम पुज्य माता जी को भी आपके साथ देखे दातार कृपा करे की वह भी आपको दर्शन देते रहे सभी को अपना प्यार देते रहे और साथ संगत की संभाल करते रहे। उस समय तो यह किसी को भी समझ में नही आया। उसके बाद 13 मई को अपना रुप बदल कर निरंकारी सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज के रुप में पगट हुए। इसी दिन जहाँ विश्व भर में दिनांक 13 मई को समर्पण दिवस के रूप मैं मनाया जायेगा वहीँ लुधियाना संगोवल स्थित निरंकारी भवन में समर्पण दिवस मनाया जायेगा।