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जी कलासिक पेश करता है `नासिर हुसैन फिल्म फेस्टिवल' 7 से

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:4 Jan 2018 1:16 PM GMT
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चंडीगढ़ (सुनीता शास्त्राr)। वे ऐसे शखस थे, जिन्होंने आमिर खान को उनका पहला बॉलीवुड ब्रेक दिया था और उन्होंने ही शममी कपूर के करियर को दोबारा संवारा था। आपने कितनी बार देखा होगा कि `बचना ऐ हसीनों` गाने पर लोग दीवानों की तरह डांस कर रहे है`चुरा लिया है तुमने जो दिल को` को कितनी बार रीमिकस किया गया था? और हर ग्रेजुएशन पार्टी में कमोबेश यह गाना तो बजता ही है - `पापा कहते हैं बडक्वा नाम करेगा।`यदि कोई कह सकता था कि उसके पास हिट पिल्मों का पार्मूला है, तो वह सिर्प नासिर हुसैन ही थे। उनकी मनोरंजक, रोमांटिक और मयूजिकल सुपरहिट पिल्मों का रिकॉर्ड देखें तो यह बात साबित हो जाती है। इन पिल्मों में तुमसा नहीं देखा (1957), दिल देके देखो (1959), जब प्यार किसी से होता है (1961), पिर वही दिल लाया हूं (1963), प्यार का मौसम (1969), कारवां (1971), यादों की बारात (1973) और हम किसी से कम नहीं (1971) जैसी पिल्में उनकी पिल्म निर्माण की कुशलता का प्रमाण हैं। वे बखूबी जानते थे कि दर्शकों को कया चाहिए।
अपनी पिल्मों में नासिर हुसैन ने हमेशा ही एक मस्ती भरा अंदाज प्रस्तुत किया है, जिसमें वह बिछडक्वने और मिलने की कहानियां, जोश से भरा रोमांस, चुटीले संवाद और जुगलबंदी के साथ साथ शानदार संगीत परोसते थे। मसाला पिल्मों के सूत्रधार कहे जाने वाले मशहूर प्रोड्यूसर-डायरेकटर नासिर हुसैन हमेशा ही भारतीय पिल्म इंडस्ट्री के बडक्वे ट्रेंडसेटर रहे हैं। 16 नवंबर 1926को जन्मे नासिर हुसैन का बॉलीवुड में करियर 5दशकों तक चला, जिसमें उन्होंने मनोरंजन से भरपूर बेहतरीन पिल्में बनाईं। वे बॉलीवुड के परफेकशनिस्ट आमिर खान के चाचा थे। नासिर हुसैन ने अपनी सुपरहिट पिल्मों से हर उम्र और हर जगह के लोगों को प्रभावित किया। भारतीय सिनेमा में अब उनके योगदान को सलाम करते हुए जक्वी क लासिक `वो जक्वमाना करे दीवाना की` अपनी ब्रांड विचारधारा के साथ एक महीने का `नासिर हुसैन पिल्म फेस्टिवल` पेश कर रहा है। 7 जनवरी से शुरू हो रहे इस फेस्टिवल में नासिर साहब की बडक्वी हिट पिल्में दिखाई जाएंगी जिनमें यादों की बारात, हम किसी से कम नहीं, तीसरी मंजिल, जक्वमाने को दिखाना है, कयामत से कयामत तक और मंजिल मंजिल जैसी पिल्में शामिल हैं। इन पिल्मों का प्रसारण हर रविवार दोपहर 12बजे किया जा जाएंगा।

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