पंजाब में इंटरनेट बंद, पैरामिलिट्री फोर्स ने घेरा अमृतपाल का गांव खालिस्तान समर्थक को किया गिरफ्तार
चंडीगढ़। 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने नकोदर से गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब पुलिस की करीब 60 गाड़ियां अमृतपाल के पीछे लगी हुई थीं, आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तारी में सफलता मिली। इससे पहले पुलिस अमृतपाल सिंह के 6 साथियों को गिरफ्तार कर मैहतपुर के थाने में ले आई, जिसके बाद थाने को सील कर दिया गया।
पंजाब में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी से माहौल न बिगड़े, इसलिए नेट सेवाएं बंद की गई हैं। पंजाब भर में मोबाइल इंटरनेट के बाद एस.एम.एस. सर्विस और डोंगल सर्विस भी बंद कर दी गई है। रविवार दोपहर 12 बजे तक बंद करने के आदेश जारी हो गए है। राज्य के हालात खराब ना हों, इसे देखते हुए यह फैसला लिया गया। वहीं पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पैरामिलिट्री फोर्स ने घेरा अमृतपाल का गांव
अमृतपाल का गांव पूरी तरह सील कर दिया है। अमृतसर स्थित अमृतपाल का गांव जल्लुपुर खेड़ा पैरामिलिट्री ने सील कर दिया है। पूरी फोर्स ने गांव को घेरा डला लिया है। वहीं, वहीं, इंटरनेट सर्विस सस्पेंड होने के बाद पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। पंजाब पुलिस की ओर से ट्वीट करके कहा गया, 'शांति और भाईचारा बनाए रखिए। घबराने की जरूरत नहीं है। फेक न्यूज और हेट स्पीच मत फैलाइए। लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए पुलिस काम कर रही है।'
अमृतपाल की पीछा करते दिखी पुलिस
'वारिस पंजाब दे' प्रमुख के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर आज कुछ वीडियो शेयर किए। इनमें दावा किया गया कि पुलिसकर्मी उनका पीछा कर रहे हैं। पीटीआई ने बताया कि एक वीडियो में अमृतपाल को गाड़ी में बैठे हुए और उसके सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी 'भाई साब' (अमृतपाल) के पीछे पड़े हैं। मालूम हो कि कट्टरपंथी सिख नेता अमृतपाल सिंह पिछले कुछ हफ्तों से पंजाब में काफी सक्रिय है। पिछले महीने उसके समर्थक तलवारें और पिस्तौल लहराते हुए अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे। इस दौरान अमृतपाल के एक करीबी को छुड़ाने के लिए उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई थी।