शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से हैं परेशान? तो इन अचूक उपायों से दूर करें सारे कष्ट
ऋषिकेश । साल 2024 के शुरू होने में अब कुछ दिन रह गए हैं. ऐसे में लोगों का सवाल है कि नए साल में कहीं उनकी राशि में शनि की साढ़ेसाती तो शुरू नहीं हो रही.अगर आप शनि की पीड़ा से इस साल परेशान रहे हैं, तो आगामी नववर्ष में शनिदेव से जुड़ी इन 5 चीजों का प्रयोग करें. कहा जाता है कि ऐसा करने से हर पीड़ा से आपको जल्द मुक्ति मिल जाएगी.
ज्योतिष के अनुसार शनि को यम, काल, दु:ख, दारिद्रय तथा मंद कहा जाता है। मौजूदा दौर में किसी भी परेशानी, संकट, दुर्घटना, आर्थिक नुकसान, अपमान आदि के समय हम उसके मूल में शनि का होना मान लेते हैं, लेकिन क्या यह सही है? निश्चित तौर पर शनि दंड के स्वामी हैं। परंतु तभी, जब आपने कोई गलत कार्य किया हो।
उत्तराखंड के ऋषिकेश के रहने वाले ज्योतिषाचार्य प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि वर्तमान में शनि की साढ़ेसाती मकर, कुंभ और मीन राशि में है. 2024 में शनि का कोई राशि परिवर्तन नहीं है, हां इतना है कि शनि की महादशा किसी भी राशि में हो सकती है.
महादशा की गणना जातक की जन्म कुंडली के आधार पर ज्ञात होती है. वहीं कुछ चीजें ज्योतिष शास्त्र में ऐसी बताई गई हैं, जिन्हें अपने पास रखने से और उनका प्रयोग करने से शनिदेव शीघ्र ही शुभ फल देने लगते हैं. 2024 में शनिदेव का आशीर्वाद पाने के लिए इन पांच चीजों को नोट कर लीजिए और नया वर्ष शुरू होने से पहले आप इन्हें अपने घर ले आइए.
शनि यंत्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जो लोग शनिदेव के यंत्र की स्थापना घर में विधिपूर्वक संकल्प लेकर करते हैं, उनसे शनिदेव शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं.
सात मुखी रुद्राक्ष
शिवपुराण के अनुसार, जो लोग सात मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं, उन्हें शनिदेव का प्रकोप नहीं झेलना पड़ता है. यह रुद्राक्ष महालक्ष्मी का तो स्वरूप तो होता ही है, इसी के साथ जो लोग इसे धारण करते हैं या घर के मंदिर में रखकर इसकी नित्य पूजा करते हैं. उनको शनिदेव धन-वैभव का आशीर्वाद देते हैं. साल 2024 में आप इस रुद्राक्ष को अपने पास रखकर इसका शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं.
नीलम
शनिदेव का सबसे प्रिय रत्न नीलम है. ज्योतिष शास्त्र में नीलम सबसे शीघ्र फल देने वाला रत्न बताया गया है. नीलम रत्न को यदि आप धारण करना चाहते हैं, तो किसी योग्य ज्योतिष से सलाह लेकर ही धारण करें. अगर आप रत्न नहीं धारण करना चाहते हैं, तो इसे आप मंदिर में रखकर इसकी रोज पूजा करें और शनि मंत्र का जप करें.
लोहे का छल्ला
किशनिदेव की प्रिय धातु लोहा है. माना जाता है कि लोहे का छल्ला मध्यमा उंगली में पहनने से शनिदेव अपना दुष्प्रभाव नहीं दिखाते हैं. इसे पहनने मात्र से शनि की पीड़ा से निजात मिलती है. यदि आप लोहे का छल्ला धारण करना चाहते हैं, तो इसे शनिवार के दिन धारण करें. अगर आप नए साल में लोहे का छल्ला धारण करना चाहते हैं, तो इसे आप 7 जनवरी को पहन सकते हैं.यह 2024 का पहला शनिवार है.
शमी की जड़
शमी का पेड़ शनि दोषों से मुक्ति पाने के लिए लगाया जाता है, परंतु अगर आप शमी का पेड़ घर में किसी कारण नहीं लगा पा रहे हैं और शनिदेव को आप प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इसके लिए एक छोटा सा उपाय करके भी आप शमी के वृक्ष लगाने जैसा ही लाभ पा सकते हैं. शमी के पेड़ में शनिदेव का वास माना जाता है. ऐसे में आप चाहें तो नए साल के पहले शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर इसकी जड़ को काले वस्त्र या नीले वस्त्र में बांध कर अपने हाथ में बांध सकते हैं. इस उपाय को करने से भी शनिदेव आप पर अपनी कृपा बरसा देंगे.