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कल्याणी मुले अभिनय का महाकाव्य है, 'न्यूड' अभिनय

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:20 May 2018 3:07 PM GMT

कल्याणी मुले  अभिनय का महाकाव्य है, न्यूड अभिनय

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कैलाश सिंह

जनवरी 2017 में जब कल्याणी मुले ने मराठी फिल्म 'न्यूड' की शूटिंग के लिए पहले दिन रिपोर्ट किया तो वह यह मानकर चल रही थीं कि वह आर्ट्स स्कूल में न्यूड मॉडल के रूप में काम करने वाली यमुना के चरित्र को पर्दे पर उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इससे पहले दो वर्ष तक वह इस चरित्र को निभाने के लिए जबरदस्त तैयारी में जुटी हुई थीं। न्यूड मॉडल्स के जीवन पर उन्होंने मैटीरियल व डाक्यूमेंट्री को इंटरनेट पर सर्फ किया था, न्यूड मॉडल्स को करीब से देखा था, जब वह मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट के छात्रों के लिए पोज कर रही थीं और उनके पोस्चर को समझने के लिए आर्ट वर्क का अध्ययन किया था।
लेकिन जब राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक रवि जाधव ने कल्याणी से मालूम किया कि क्या वह शॉट के लिए 'तैयार' हैं- जिसमें उन्हें अपने कपड़े उतरकर आर्ट क्लास के लिए पोज करना था- तो वह उसी शर्म व झिझक से पानी पानी हो गईं जिसे दूर करने के लिए उन्होंने फ्रयास किया था, ट्रेनिंग की थी। इस बारे में 29 वर्षीय कल्याणी बताती हैं, "एक एक्टर के तौरपर मैं जानती हूं कि हमें अपने शरीर को टूल (औजार) के रूप में फ्रयोग करना होता है। लेकिन जब आपको वास्तव में अपने कपड़े उतारने पड़ते हैं और कैमरा का सामना करना पड़ता है तो आपके अंदर बहुत ज्यादा हलचल होने लगती है।'
जब असल मॉडल जेजे स्कूल ऑफ आर्ट की क्लास के लिए पोज करती हैं तो आमतौर से अपने कूल्हे पर पेटीकोट पहनती हैं। जब सत्र शुरू हो जाता है तो वह पेटीकोट को नीचे स्लिप होने देती हैं। हालांकि इस फ्रािढया से कल्याणी परिचित थीं, लेकिन वह फिर भी शूट के दौरान अपने पेटीकोट को पकड़े हुए स्थिर बै"ाr रहीं। वह बताती हैं, "शायद मैं कैमरा के सामने अपने कपड़े उतारने के लिए तैयार नहीं थी। अनजाने में मेरी आंख से आंसू निकलकर मेरे गाल पर बह निकला।'
उस दिन जिस सीन की शूटिंग हो रही थी वह, जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, स्कूल की अनेक 'सिटिंग्स' में से एक था। 'न्यूड' में शूट के दौरान कल्याणी को जो उलझन हुई थी उसे यमुना के जॉब पर पहले दिन की समान फ्रतिािढया के रूप में दिखाया गया है। जिस तरह समय के साथ यमुना अपने जॉब में फिट हो जाती है, उसी तरह जैसे जैसे फिल्म ने फ्रगति की तो कल्याणी भी अपनी भूमिका में रूटीन की तरह ढलती चली गईं। नवम्बर 2017 में 'न्यूड' सुर्खियों में थी। उसे सूचना व फ्रसारण मंत्रालय ने गोआ में हुए इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया से ड्राप कर दिया था यानी उसका फ्रदर्शन नहीं होने दिया था, हालांकि आधिकारिक ज्यूरी ने उसका चयन उत्सव के इंडियन पैनोरामा को शुरू करने के लिए किया था।
इस फिल्म को ए-सर्टिफिकेट के बाद ही महाराष्ट्र व देश के अन्य हिस्सों में 27 अफ्रैल को रिलीज होने दिया गया। बीती 7 मई को 'न्यूड' न्यूयॉर्क के इंडिया फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई, जहां कल्याणी को सर्वश्रेष्" अभिनेत्री पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। इसके बावजूद 'रिंगन' (2017) व 'रिबन' (2017) जैसी फिल्मों में कैमियो करने वाली कल्याणी अब तक इस बात से दुखी हैं कि उनकी फिल्म को गोआ उत्सव से ड्राप कर दिया गया था। वह कहती हैं, "इंडियन पैनोरामा को ओपन करने से फिल्म को राष्ट्रीय मंच व बहुत अलग फ्रकार के दर्शक मिल जाते।'
जेजे आर्ट स्कूल के छात्र रह चुके जाधव काफी समय से 'न्यूड' का आईडिया लिए हुए थे। इस लेखक-निर्देशक ने जब एक मूक नाटक 'अनसीन' में कल्याणी के फ्रदर्शन के बारे में सुना तो 2014 में उन्होंने कल्याणी से यमुना की भूमिका निभाने के लिए सम्पर्क किया। 'अनसीन' पित्रसत्तात्मकता की आलोचना करते हुए यह दिखाता है कि समाज का नारी के बारे में क्या नजरिया है। विष्णुपद बर्वे द्वारा निर्देशित यह नाटक ताड़ने, सैनिटेशन, सुंदरता व मासिक पा की स्थापित धारणाओं को चुनौती देता है। 2012 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएशन करने वाली कल्याणी जाधव के फ्रोजेक्ट के बारे में बताती हैं, "रवि सर से यह कहने में कि 'चलो यह फिल्म बनाते हैं' मुझे सिर्फ एक मिनट लगा। हर एक्टर कुछ न कुछ अलग करने की चाहत रखता है। यह भूमिका मुझे एक अवसर के रूप में फ्रतीत हुई।'
इस भूमिका की तैयारी में महत्वपूर्ण रही कल्याणी की लक्ष्मी से मुलाकात। तमिलनाडु की लक्ष्मी अधेड़ उम्र की न्यूड मॉडल हैं, उन्हें स्कूल के छात्र प्यार से लक्ष्मी अम्मा कहते हैं। कल्याणी और उनकी सह-अभिनेत्री छाया कदम (जो फिल्म में वरिष्" न्यूड मॉडल चंद्रक्का की भूमिका में हैं और यमुना को इस फ्रोफेशन में लाती हैं) ने लक्ष्मी को स्कूल के क्लासरूम में छात्रों के लिए 4-5 घंटे की सिटिंग्स करते हुए देखा। कल्याणी बताती हैं, "क्लासरूम में वह बस अपना जॉब कर रही थीं। छात्र भी अपना जॉब कर रहे थे। हम घुसपै"िये थे। हम उनका व उनके इर्द गिर्द लोगों का अध्ययन कर रहीं थीं।'
यह भूमिका मिलने के बाद कल्याणी ने सोचा कि उनका शरीर दुबला-पतला होना चाहिए, लेकिन फिर इसके खिलाफ निर्णय लिया। उनके अनुसार, "यमुना जिस फ्रकार का जीवन गुजारती है उसमें टोंड बॉडी होने का तो स्कोप ही नहीं है।' इसलिए उन्होंने इस भूमिका के लिए कोई विशेष ट्रेनिंग या डाइटिंग नहीं की। 'न्यूड' में असल कलाकार व स्कूल के छात्र भी पेंटर के रूप में हैं, जिनके लिए यमुना मॉडलिंग करती है। कल्याणी बताती हैं, "जिस तरह से यह पेंटर आपको देखते हैं वह दूसरों के 'ताड़ने' से बहुत भिन्न है। मैं उस समय थोड़ी सी मोटी थी और स्वाभाविक रूप से इस बारे में सचेत थी। 'न्यूड' के अनुभव ने मुझे कला व पोर्नोग्राफी को देखे जाने के बीच के अंतर का एहसास करा दिया है।'

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