अगले कुछ दशकों में घर-घर होंगे पर्सनल रोबोट
संजय श्रीवास्तव
घरेलू रोबोट का बाजार और चलन जिस तरह बढ रहा है उसे देखते हुये लगता है कि भविष्य में रोबोट केवल फैक्ट्रियों या दूसरे सेवा संस्थानों तक ही सीमित नहीं रहेंगे वे हर घर में जगह बनाने में कामयाब होंगे, घरेलू रोबोट की एक अलग संस्कृति विकसित होगी।
आज भले ही यह बात थोड़ी हजम न हो पर यह भविष्य का सच है कि आने वाले कुछ दशकों के बाद घरेलू रोबोट रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बन जायेंगे। यही नहीं अगले कुछ दशकों में यह एक जीवनशैली और उसकी नयी संस्कृति में शुमार होगा। हर घर में जैसे फ्रिज, मिक्सी, कूलर, एसी, कोई न कोई वाहन, गैस चूल्हा जरूरी है, रोबोट भी भविष्य में वैसे ही जरूरी होंगे। डोमेस्टिक रोबोट, पर्सनल केयर रोबोट, पर्सनल असिस्टेंट रोबोट, पेट रोबोट, जैसी अनेक श्रेणियों में बनने वाले ये रोबोट सस्ते और बहुविधि उपयोगी होने के नाते खूब बिकेंगे। निस्संदेह यह सबसे पहले विकसित देशों के बड़े शहरों में अपनी जगह बनायेंगे पर विकासशील देशों के छोटे शहरों तक इन्हें पहुंचने में बहुत देर नहीं लगेगी।