Home » उत्तराखंड » मंदिर समिति देगी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएंः खत्री

मंदिर समिति देगी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएंः खत्री

👤 Veer Arjun Desk 3 | Updated on:27 April 2019 1:41 PM GMT
Share Post


रुद्रप्रयाग, वीर अर्जुन संवाददाता। केदारनाथ धाम की यात्रा नौ मई से शुरू हो रही है, लेकिन पंचकेदार गद्दीस्थल ऊखीमठ से भगवान केदार की डोली के पांच मई को रवाना होते ही केदारधाम यात्रा का आगाज हो जायेगा और देश-विदेश के श्रद्धालु भगवान केदार के दर्शन कर सकेंगे। यात्रा को लेकर श्री बद्री-केदार समिति की ओर से इस बार काफी बदलाव किये गये हैं। मंदिर समिति की आय को बढ़ाने के लिए पूजा शुल्क में विचार किया जा रहा है, इससे श्रद्धालुओं को पूजा सामाग्री में नई चीजें देखने को मिलेंगी। साथ ही श्रद्धालुओं को भंडारे के आयोजन से लेकर रहने और पैंसा न होने पर घर जाने का किराया भी दिया जायेगा। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए श्री बद्री-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अशोक खत्री ने कहा कि भगवान केदारनाथ की यात्रा को लेकर हर किसी में खासा उत्साह बना रहता है। यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है, जिससे क्षेत्र के लोगों का छः माह का रोजगार चलता है। चारधाम यात्रा पर ही इनकी आजीविका जुड़ी है। होटल, ढाबा, घोड़ा-खच्चर, डंडी-कंडी सहित कई व्यवसाय किये जाते हैं। हर साल यात्रा शुरू होने से पहले लोग अपने प्रतिष्ठानों को सजाना शुरू कर देते हैं और यात्रा शुरू होने पर यात्रियों को अतिथि देवोः भवः की परम्परा के तहत स्वागत किया जाता है। इस वर्ष नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं, लेकिन पांच मई को उखीमठ स्थित पंचकेदार गद्दीस्थल से डोली के रवाना होने के बाद यात्रा का आगाज भी शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा में इस बार चुनौतियां बहुत सारी हैं। धाम में बर्फबारी से पुनर्निर्माण कार्य होना मुश्किल है तो पैदल मार्ग सहित धाम में करोड़ों की क्षति हुई है। एक करोड़ के करीब मंदिर समिति को भी नुकसान पहुंचा है। पिछले वर्ष जहां चार से पांच हजार लोगों की रहने व खाने की व्यवस्था हुआ करती थी, वहीं इस बार आवासीय हटों की क्षतिग्रस्त होने से टेंट कालोनियां का निर्माण किया जायेगा। प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। धाम में समय से दूर संचार, बिजली और पानी की व्यवस्थाओं को भी दुरूस्त कर लिया जायेगा। कहा कि मंदिर समिति की आय को बढ़ाने के लिए विचार किया जा रहा है। मंदिर समिति की भी जरूरतें हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए आय को बढ़ाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूजा शुल्क बनाने को लेकर बोर्ड बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी निर्णय लिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि केदारधाम में बर्फ बहुत ज्यादा है। लाइन में लगे श्रद्धालुओं को मंदिर समिति की ओर से चाय और बिस्किट दिया जायेगा और जिस यात्री के पास जाने का किराया नहीं होगा, उसकी मदद भी की जायेगी। कहा कि रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड हाईवे बारिश से बंद हो रहा है। राजमार्ग के खस्ताहाल स्थिति में होने से तीर्थयात्रियों को दिक्कतों से गुजरना पड़ सकता हैं। ऐसे में प्रशासन को कहा गया है कि यात्रा के दौरान राजमार्ग के डेंजर जोन स्थलों पर मशीनों का इंतजाम रखें, जिससे राजमार्ग बंद होने पर शीघ्र खोला जा सके। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान किसी भी समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। मंदिर समिति और जिला प्रशासन यात्रा से पूर्व सभी व्यवस्थाओं को दुरूस्त कर लेगा।

Share it
Top