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उत्तराखंड में कुदरत के कहर से लोगों में दहशत का माहौल, काशीपुर में घर ढहने से पांच घायल

👤 Veer Arjun | Updated on:25 Aug 2023 11:06 AM GMT

उत्तराखंड में कुदरत के कहर से लोगों में दहशत का माहौल, काशीपुर में घर ढहने से पांच घायल

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देहरादूनभारी बारिश के कारण टिहरी गढ़वाल के नरेंद्रनगर नगर पालिका और आसपास के क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। नगर के वार्ड एक कुमार खेड़ा में चंबा-ऋषिकेश सड़क पर जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं। इससे लोगों के बीच दहशत का माहौल है। सुरक्षा के मद्देनजर दरार के दायरे वाले भवनों को खाली कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, जगदंबा कुमार के आंगन में पानी की धार निकल आई। पन्ना लाल के मकान में दरारें आ गई हैं।

गुरुवार को कैबिनेट मंत्री ने प्रभावित परिवारों के साथ ही दरार वाली सड़क का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। तहसीलदार आयोध्या प्रसाद उनियाल ने बताया कि जिन भवनों को क्षति पहुंची है, उनमें रह रहे परिवारों को नगर पालिका के बारात घर में शिफ्ट कराया गया है। पालिकाध्यक्ष राजेन्द्र विक्रम पंवार ने बताया कि प्रभावित लोगों को रहने के इंतजाम कर दिए हैं। कैबिनेट मंत्री ने लोगों को भरोसा दिया है कि जल्द कुमार खेड़ा क्षेत्र का जियोलॉजिकल सर्वे कराया जाएगा। इस बीच खतरे बढ़ने पर उन्होंने अन्य लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए।

कुमाऊं में पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत की बारिश का कहर जारी है। मैदानी जिले ऊधमसिंह नगर में काशीपुर के एक गांव में बारिश से कच्चा मकान जमींदोज हो गया। लगातार बारिश के चलते काशीपुर के गांव बाबरखेड़ा में एक कच्चा मकान धराशायी हो गया। इसके मलबे में दबने से दंपति समेत पांच लोग घायल हो गए।

ऊधमसिंह नगर जिले में बारिश से कई जगह चारे का भी संकट खड़ा हो गया है। काशीपुर में ढेला नदी के कटान के कारण समीप की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है। उधर, गुरुवार अपराह्न स्वाला के पास टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही करीब डेढ़ घंटे प्रभावित रही।

बारिश से जगह-जगह मलबा और बोल्डर आने से कुमाऊं में 40 सड़कें बंद हैं। भारत-नेपाल के बीच सेतु का काम करने वाले शारदा बैराज मार्ग को शारदा का जलस्तर बढ़ने के कारण वाहनों के लिए एहतियातन बंद किया गया है। मलबा और बोल्डर आने से कुमाऊं में 40 सड़कें बंद हैं। एसडीओ प्रशांत कुमार वर्मा ने बताया कि यहां शारदा नदी का जल स्तर करीब 118999 क्यूसेक पहुंचने के बाद बैराज पर चौपहिया वाहनों की आवाजाही एहतियातन रोक दी गई। जिले में पांच ग्रामीण सड़कें बंद चल रही हैं। पिथौरागढ़ शहर सहित इस सीमांत जिले के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई है।

चमोली जिले में बीती 13 और 14 अगस्त को भारी बारिश से निजमूला घाटी के गाड़ी गांव के समीप भोतली घट गदेरे पर बना आरसीसी पैदल पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया था। इस कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन को आईना दिखाते हुए खुद ही अस्थायी पुल का निर्माण किया है। ग्रामीणों ने लकड़ी के खंभे रखकर गदेरे को पार करने की व्यवस्था की है।

जोशीमठ में भूधंसाव के बाद किए जाने वाले कार्यों को लेकर गुरुवार को डीएम हिमांशु खुराना ने बैठक ली। फीडबैक लिया। डीएम ने निर्देशित किया कि सीबीआरआई से समन्वय करते हुए भूधंसाव से प्रभावित भवनों की रेट्रोफिटिंग और नृसिंह मंदिर मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण की शीघ्र डीपीआर तैयार की जाए। क्षतिग्रस्त रोपवे का काम शुरू करने के लिए शासन से समन्वय किया जाए।

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