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महिला शक्ति सम्मान समारोह संपन्न

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:11 March 2018 4:54 PM GMT
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हरिद्वार (वीअ)। सिडकुल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन उत्तराखंड के तत्वावधान में महिला शक्ति सम्मान समारोह बीएचईएल हरिद्वार के कंप्यूटर हॉल में धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वाली महिलाओं में उत्तराखंड की छब्बीस आईएएस, पीसीएस, पीपीएस और प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़ी महिला अधिकारी लेखन उद्योग और खेल के क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं में सीबीसीआईडी एस.पी. श्वेता चौबे, हरिद्वार की मुख्य विकास अधिकारी स्वाति भदौरिया, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतुरा,जिला सूचना अधिकारी अर्चना घोष, अंग्रेजी साहित्यकार डाक्टर राधिका नागरथ, चाइना मार्शल वुशु खेल की राष्ट्रीय कोच आरती सैनी आदि शामिल थी। इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की वरिष्ठ सदस्य सुषमा साहू, बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक संजय गुलाटी, हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत मौजूद थे। चाइना मार्शल आर्ट वुशु की महिला खिलाड़ियों ने अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया । कई स्कूली छात्राओं ने मनमोहक नृत्य कला का प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय महिला आयोग की वरिष्ठ सदस्य सुषमा साहू ने कहा कि उत्तराखंड में महिला अपराध और महिलाओं के शोषण की घटनाओं में कमी आई है। वह उत्तराखंड से कई सालों से जुड़ी हुई हैं और उत्तराखंड की महिलाओं की बहादुरी के जज्बे को सलाम करती हैं।उन्होंने कहा किउत्तराखंड में प्रशासनिक, शैक्षिक, समाज सेवा, लेखन तथा खेल से जुड़ी महिलाओं ने राज्य का सम्मान बढ़ाया है। जिलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं हर क्षेत्र में एक से बढ़कर एक उपलब्धियां हासिल कर रही है।
महिला शक्ति उत्तराखंड की रीढ है। बीएचईएल के कार्यपालक निदेशक संजीव गुलाटी ने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का लोहा मनवा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी लेखनी और व्याख्यान का लोहा मनवाने वाली अंग्रेजी साहित्यकार लेखिका डॉक्टर राधिका नागरथ ने कहा कि हमें अपनी उपलब्धियों को हासिल करने के लिए सत्य का सहारा लेना चाहिए झूठ और छल कपट से दूर रहकर अपने मार्ग पर चलना चाहिए। डॉक्टर नागरथ ने कहा की उत्तराखंड की महिलाएं विपरीत परिस्थितियों में रहकर भी कई क्षेत्रों में महान उपलब्धि हासिल कर रही हैं। सिडकुल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष अरुण सारस्वत ने कहा कि महिला शक्ति के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। महिला शक्ति सृजन की प्रतीक है । उन्होंने कहा कि बच्चों की पहली पाठशाला और शिक्षक मां होती हैं और बच्चों के अंदर संस्कारों का बीजारोपण कर उन्हें एक सभ्य और जिम्मेदार नहीं बनाती है। हरिद्वार की मुख्य विकास अधिकारी स्वाति भदौरिया ने कहा आज महिलाओं ने समाज में अपनी क्षमता का सिक्का मनवा लिया है। पुलिस अधिकारी श्वेता चौबे ने कहा कि महिलाओं को जो जिम्मेदारी दी जाती है, वे उस का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाती है।
नारी शक्ति सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। कार्पाम का संचालन डॉक्टर नरेश मोहन ने किया। उन्होंने कहा कि महिला शक्ति के बिना समाज का निर्माण नहीं हो सकता है। इस मौके पर मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्पाम की शुरुआत की और गणेश वंदना से कार्पाम का शुभारंभ हुआ।

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