मार्केट की मांग के अनुसार हस्तशिल्प के उत्पाद तैयार कराएं : सीएम
देहरादून, (वीअ)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द सिंह रावत ने कहा कि मार्केट की मांग के अनुसार हस्तषिल्प के उत्पाद तैयार कराए जाने चाहिए। आवष्यकता होने पर इसके लिए योग्य डिजायनरों की सेवाएं ली जाएं। वास्तविक षिल्पकारों को लाभ पहुंचाया जाना सुनिष्चित किया जाए। मुख्यमंत्री हथकरघा व हस्तषिल्प विकास परिशद के षासी निकाय की आ"वीं बै"क की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तषिल्प में उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल विषेश तौर पर रिंगाल व बांस की उपलब्धता पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। भीमल के रेषे के उपयोग पर भी काम किया जा सकता है। बै"क में बताया गया कि भारत सरकार की एकीकृत हस्तषिल्प विकास एवं पोत्साहन योजना के तहत 15 सामान्य सुविधा केंद स्थापित किए गए हैं। चयनित विकासखण्डों में 7700 टूल किट, षिल्पियें को वितरित किए जा चुके हैं। उत्तरकाषी के नाकुरी व पिथौरागढ़ के मुन्स्यारी व धारचूला में ऊनी षिल्प पर जबकि काषीपुर व श्रीनगर में काश्" षिल्प के तकनीकी पषिक्षण कार्यकम पूरे किए जा चुके हैं। पदेष के षिल्प उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाए जाने के लिए विभिन्न मेला पदर्षनियों के साथ ही परिशद को गर्वन्मेंट ई-मार्केट पोर्टल पर पंजीकृत कराया जा चुका है। नाबार्ड के सहयोग से देहरादून, काषीपुर, चमोली व पिथौरागढ़ में ग्रामीण हाट विकसित किए जा रहे हैं। बै"क में पमुख सचिव मनीशा पंवार, सिडकुल की एमडी सौजन्या, निदेषक उद्योग सुधीर चंद नौटियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।