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जिसे मां का प्यार मिल जाए, उसका जीवन सफल हो जाए : चेयरमैन

👤 admin 4 | Updated on:15 May 2017 3:59 PM GMT

जिसे मां का प्यार मिल जाए, उसका जीवन सफल हो जाए : चेयरमैन

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वीर अर्जुन संवाददाता

ललितपुर । बुन्देलखण्ड महिला विकास सेवा समिति के तत्वाधान में मदर्स-डे पर वृहद स्तर पर विचार गोष्ठी का आयोजन जिला बार एसोशियेशन के सभागार में संपन्न हुयी। मुख्य अतिथि नगर पंचायत तालबेहट अध्यक्ष मुक्पा सोनी रहीं, जबकि अध्यक्षता समाजसेविका झांसी रामप्यारी आर्या ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में लायंस क्लब नीलकंठ अध्यक्ष ऊषा जायसवाल, समाजसेविका सरोज आर्या, जीजीआईसी तालबेहट प्रधानाचार्या अंजना वर्मा, मंजूलता वर्मा, प्रधान बिरारी सुमन देवी कुशवाहा, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर द्वारा सम्मानित बीईओ गुरसरांय नीतू पंथ मौजूद रहीं। सर्वप्रथम अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र सम्मुख दीपप्रज्जवलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। तदोपरान्त अतिथियों का मल्यार्पण कर स्वागत किया गया। गोष्ठी में नगर पंचायत तालबेहट अध्यक्ष मुक्पा सोनी ने कहा कि माँ का प्यार जिस व्यक्पि को मिल जाये, उसका जीवन धन्य हो जाता है। महिलाओं में जागरूकता के उद्देश्य से माँ के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि उनके जीवन को बेहतर बनाया जाये, जिससे आने वाले समय में संस्कार बान पीढक्वी में नये आदर्श स्थापित हो सपें और जीवन को बेहतर बनाया जा सके। संस्कार जीवन की अमूल्य निधि है। जीवन को सुनहरे भविष्य की ओर ले जाता है। विशिष्ट अतिथि ऊषा जायसवाल ने कहा कि मदर्स-डे माताओं का सम्मान किया गया। माँ हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए, जिसके आशीर्वाद से विकास के क्षेत्र में कई प्रतिभाओं ने अपना मुकाम हांसिल किया है और परिवार का नाम भी रौशन किया है। विशिष्ट अतिथि सरोज आर्या ने कहा कि व्यक्पि माँ के आशीर्वाद से विश्व की हर चोटी को प्राप्त कर सकता है। इंसान माँ के आशीर्वाद बगैर किसी भी मुकाम को हांसिल नहीं कर सकता है। माँ की ममता अमर गाथा लिखता है। जिसे पढक्वकर व्यक्पि नये जीवन की शुरूआत करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं समाजसेविका रामप्यारीदेवी आर्या ने कहा कि माँ के आशीर्वाद से जीवन के दौर में तरक्की के रास्ते खुलते हैं। माँ का हमेशा सम्मान करना चाहिए। माँ का आशीर्वाद रहेगा तो दुनिया की कोई भी मुसीबत कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। हमें बेटियों को बचाना है तभी तो बेटियां सुरक्षित जीवन जी पायेंगी। अंजना वर्मा ने कहा कि जीवन की पहली शिक्षिका माँ होती है। माँ का अनमोल तोहफा जिन्दगी है और जीवन जीने के मार्ग में माँ उसकी हिफाजत करता है। कार्यक्रम संयोजक अखिल भारतीय सेन समाज के प्रान्तीय सचिव पत्रकार घनश्यामदास सेन ने कहा कि माँ को भगवान ने सृष्टि को अनवरत रूप से संचालन के लिए हमें एक तोहफे के रूप में दिया है। माँ अपना पूरा जीवन बच्चों को पाल पोस कर बड़ा करने और फिर समाज में एक अच्छा नागरिक बनाने में गुजार देती है। उन्होंने कहा कि माँ का स्थान सदैव से ऊंचा रहा है। यह भी कहा कि माँ सदैव पूज्यनीय है। अन्य वक्पाओं में विनीता निरंकारी, बायजू राजा, दीक्षा सेन, सोनिया प्रभाकरन, सीमा वर्मा, नीतू पंथ, मीरा चौरसिया, अर्चना राजपूत, रमा सेन, द्रोपती अहिरवार, शिक्षक शकील, वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र नारायण शर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान विनीता निरंकारी, मीरा चौरसिया, द्रोपती अहिरवार, गुलाबबाई सेन, सविता कुशवाहा, रामदेवी सेन, डोली सेन, कीर्ति सेन, दिव्या, लीलादेवी, सीता ग्वाला, राजेश्वरी जायसवाल, सुशीला राजपूत, गनेशीबाई राजपूत, चन्द्रप्रभा वर्मा, सीमा वर्मा, बायजू राजा, सोनिया प्रभाकरन, रेखा कुशवाहा, रमा सेन, मालती सेन, सीमा सेन, सरोज सेन, सविता सेन, पुष्पा देवी सेन, गायत्री, दीप्ति सेन, प्रीति सेन, पुष्पा झां, अर्चना राजपूत, रेखा परिहार, रेखा चढक्वार, सावित्री सेन, क्रान्ति राजपूत, सुशीला कुशवाहा, कुसुम प्रजापति, गोमती कुशवाहा, गीता सिंह, सीमा वर्मा, कुसुम साहू, गुड्डी सेन, सुमन सेन, गीता सेन, गुड्डी राठौर, किरन शर्मा, भारती कुशवाहा, विमला सेन, रेनू याज्ञिक, कल्पना सेन, मिथलेश सेन, कौशल्या यादव, ऐजज खान, मनोज सेन, शिवनारायण वर्मा, सत्तार नाजमी, शकील, सुरेन्द्र निरंकारी, राजेश कुमार राठौर, नरेन्द्र ग्वाला, पुष्पेन्द्र कुशवाहा, जीतू, पूरन सेन, विनीत बाल्मीकि, बाबा शंकरलाल सेन, अशोक सेन, अनिल कुशवाहा, कमलेश लोधी, रामप्रसाद सेन, राकेश चढक्वार, बृजनंदन सेन आदि मौजूद रहे। संचालन डी.आर. सेन ने किया।

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