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लोस चुनाव : मायावती के चुनावी दांव से कई सीटों पर भाजपा उम्मीदवार फंसे

👤 Veer Arjun | Updated on:11 April 2024 7:58 AM GMT

लोस चुनाव : मायावती के चुनावी दांव से कई सीटों पर भाजपा उम्मीदवार फंसे

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मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहले दो चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। बसपा प्रमुख मायावती के टिकट वितरण की इंजीनियरिंग से कई सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का चुनाव फंस सा गया है।

इस लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने लीक से अलग हटकर टिकटों का वितरण किया है, जिससे भाजपा के लिए परेशानी पैदा हो गई है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से बसपा ने भाजपा के कैडर वोटर त्यागी समाज के देवव्रत त्यागी को चुनाव मैदान में उतारा है। इससे राजनीति में उचित भागीदारी नहीं मिलने से भाजपा से नाराज त्यागी समाज को एक विकल्प मिल गया है। त्यागी समाज का युवा वर्ग अपने सजातीय बसपा उम्मीदवार के पाले में जाता दिख रहा है। इसका सीधा नुकसान भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल को होता दिखाई दे रहा है।

इसी तरह से मुजफ्फरनगर से बसपा ने दारा सिंह प्रजापति को उम्मीदवार बनाया है। दारा सिंह के पक्ष में प्रजापति समेत अन्य अति पिछड़ी जाति लामबंद हो रही है। इसका भी नुकसान भाजपा उम्मीदवार डॉ. संजीव बालियान को होता दिखाई दे रहा है। कैराना सीट से बसपा ने भाजपा की अन्य कैडर जाति क्षत्रिय समाज के श्रीपाल राणा को चुनाव मैदान में उतारा है। यहां क्षत्रिय समाज पहले से ही भाजपा से नाराजगी जताकर उसके उम्मीदवारों के खिलाफ मतदान का ऐलान कर चुका है। ऐसे में क्षत्रिय समाज को भी बसपा ने एक विकल्प दे दिया है। यहां से भाजपा उम्मीदवार प्रदीप चौधरी भी असहज नजर आ रहे हैं।

गाजियाबाद लोकसभा सीट से क्षत्रिय उम्मीदवार का टिकट कटने से यह समाज भाजपा से नाराज चल रहा है और भाजपा के विरोध का ऐलान कर चुका है। यहां से भी बसपा ने क्षत्रिय समाज के नंदकिशोर पुंडीर को टिकट देकर भाजपा उम्मीदवार अतुल गर्ग की परेशानी बढ़ा दी है। बागपत लोकसभा सीट पर भी बसपा ने गुर्जर समाज के उम्मीदवार को उतार कर भाजपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. राजकुमार सांगवान को अतिरिक्त मेहनत करने के लिए विवश कर दिया है।

बिजनौर लोकसभा सीट से बसपा ने रालोद-भाजपा गठबंधन के गुर्जर समाज के उम्मीदवार चंदन चौहान के सामने जाट समाज के विजेंद्र सिंह को उतार कर चुनाव को रोचक बना दिया है। इससे भी भाजपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार की परेशानी बढ़ रही है। इसकी काट के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मेरठ में क्षत्रिय बाहुल्य क्षेत्र के रार्धना गांव में चुनावी जनसभा की। इसी तरह से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय हैं।

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