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फिजाओं में बिखरा पर्व का उल्लास, वाराणसी में ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ी

👤 Veer Arjun | Updated on:11 April 2024 8:11 AM GMT

फिजाओं में बिखरा पर्व का उल्लास, वाराणसी में ईद-उल-फितर की नमाज पढ़ी

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वाराणसी। काशी में गुरुवार को उल्लासपूर्ण माहौल में इंसानियत और भाईचारे का पर्व ईद-उल-फितर (ईद) धूमधाम से मनाया गया। जिले की मस्जिदों व ईदगाहों में अकीदत के साथ मुस्लिम बंधुओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच ईद की नमाज अता की।

खुदा की बारगाह में देश में अमन-चैन व खुशहाली की दुआ मांगने के बाद एक-दूसरे से गले मिल ईद की मुबारकबाद दी। ईद के पर्व पर लोग अलसुबह से ही स्नान के बाद नये कपड़े पहन, इत्र की खुशबू बिखरते हुए नमाज अता करने मस्जिदों में पहुंचने लगे थे। पर्व पर बच्चों और युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।

जिले की अलग-अलग मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज सुबह 6.30 से 10.30 बजे के बीच हुई। सबसे अंत में ईद की नमाज नई सड़क स्थित मस्जिद लंगड़े हाफिज में अता की गई। नगर के ईदगाह लल्लापुरा, फातमान और ईदगाह लोहता में ईद की नमाज सुबह पढ़ी गई।

चौखंभा स्थित आलमगीर मस्जिद, ज्ञानवापी और मस्जिद खजूर वाली नई सड़क, काशी विद्यापीठ स्थित ईदगाह में नमाज पढ़ने के लिए नमाजियों की भीड़ जुटी रही। लाट सरैयां मस्जिद, ईदगाह पुरानापुल पुलकोहना, ईदगाह गोगा की बाग जलालीपुरा,ईदगाह शक्कर तालाब अहलेहदिस जमात, नवापुरा जीटी रोड स्थित ईदगाह मस्जिद लंगर, सरैयां बाजार स्थित मस्ज़िद शहीद बाबा, इमामबाड़ा सरैया स्थित मस्ज़िद सुन्नी,इमामबाड़ा सरैयां शिया हजरात,शक्कर तालाब स्थित खानखाह हमीदिया रसिदीया,सरैयां पक्कामहाल स्थित बड़ी मस्जिद, इमिलिया तल्ले छित्तनपुरा मस्जिद,पठानीटोला स्थित ढाई कंगूरे मस्जिद, काजीसादुल्लापुरा स्थित बड़ी मस्जिद, उस्मानपुरा स्थित मस्जिद उस्मानिया, कमलगड़हा जामा मस्जिद,दोषीपुरा स्थित नई मस्जिद शिया हजरात, कमालपुरा स्थित मीनार वाली मस्जिद में ईद की नमाज पढ़ी गई। नमाज के दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस अफसरों ने भी लोगों को गले मिलकर ईद की बधाई दी। बच्चों ने पुलिस अफसरों को बधाई दी तो अफसरों ने उन्हें गोद में बैठा कर स्नेह लुटाया।

नमाज अदा करने के बाद बच्चों ने परिजनों के साथ खिलौने-गुब्बारे खरीदे। पर्व पर घरों में बने पकवान और सेवइयों, लजीज व्यंजनों का लोगों ने लुत्फ उठाया। पकवान और दावत के लिए मित्रों और शुभचिंतकों के साथ रिश्तेदारों को न्योता दिया। दावतों का दौर चलता रहा और लोग एक-दूसरे के घर पहुंचते रहे। अपने मुस्लिम मित्रों के यहां पहुंचने वालों में हिंदू भी पीछे नहीं रहे। त्योहार को लेकर छोटे बच्चों में कुछ ज्यादा ही उत्साह दिखा। इसके पहले बुधवार शाम चांद के दीदार होते ही फिजाओं में ईद मुबारक, ईद मुबारक की सदायें गूंजने लगीं। चांद की तस्दीक के लिए मौलाना जकीउल्लाह असदुल कादरी की अध्यक्षता में इज्तेमाई रुय्यते हेलाल कमेटी की बैठक नई सड़क स्थित लंगड़े हाफिज मस्जिद में हुई। कमेटी ने चांद की तस्दीक कर दी । चांद होने की घोषणा होते ही युवाओं के साथ बच्चों ने जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया। रात में ही लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाइयां दी। लोगों के मोबाइल फोन के मैसेज बाक्स बधाई संदेशों से भर गये।

ईद के साथ अपनों को ईदी भी दी गई। लोगों ने बहन, बेटियों को खास तौर पर सेवई आदि खाद्य सामग्री के अलावा कपड़े दिए। वहीं, कुछ खास तोहफा के तौर पर वाहन के साथ फ्रिज, एसी और मोबाइल भी दिए। ईद की खुशियां सोशल मीडिया पर भी छाईं रहीं। सोशल साइट पर मुबारकबाद देने का सिलसिला रात तक चला। कोई वीडियो कॉलिंग तो कोई फोन, फेसबुक और वाट्सएप से अपनों को मुबारकबाद दे रहा था।

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