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दलों का नहीं,दिलों का है यह गठबंधनः अखिलेश

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:21 April 2019 6:34 PM GMT

दलों का नहीं,दिलों का है यह गठबंधनः अखिलेश

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इटावा, (वार्ता)]़। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विजयरथ को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में दलों का नहीं बल्कि दिलो का गठबंधन हुआ है ।

सैफई स्थित आवास पर श्री यादव ने `यूनीवार्ता' से विशेष भेंट में कहा `` नेता जी (मुलायम) ,मायावती जी एक साथ आए। यह बड़ा संदेश है और बड़ा संदेश इसलिए है कि सपा बसपा और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का गठबंधन हुआ है, यह कहीं ना कहीं आम लोगों का गठबंधन है । जो जनता गरीब है, गांव के रहने वाले लोग है । जिन्हें आजादी के इतने वर्षों बाद हक और सम्मान मिल जाना चाहिए था नहीं मिला । ''

उन्होने कहा `` आज देश बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है। संविधान पर सीधी चोट पहुंचाई जा रही है। संविधान से मिले हुए अधिकारों को छीना जा रहा है। आज अगर हम देखें तो भाजपा का पूरा प्रचार झूठ पर आधारित है। पुराने वादे याद नहीं कर रहे। जनता उनसे पूछना चाहती है कि 2014 में जो वादे किए थे वो कितने पूरे हुए अच्छे दिन का नारा दिया। ''

श्री यादव ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हर साल दो करोड़ नौकरी देने,किसानों की आय बढ़ाने और उनको लाभकारी मूल्य दिलाने का भी भरोसा दिया था। वो सब तो हुआ नही और भाजपाई दावा करते हैं कि उन्होंने गैस सिलेंडर ओर चूल्हे बांटे है। यह स्वाभाविक है कि सरकार की योजना थी और सरकार के पास में सिलेंडर अतिरिक्त पड़े हुए थे क्योंकि सरकार अपने कारपोरेशन को घाटे में नहीं जाने देना चाहती थी। उस कारपोरेशन को बचाने के लिहाज से गरीबों के लिए योजना बनाई। सिलेंडर के दाम बढ़ने से आज एक भी एक भी गरीब उन सिलेंडरों को दोबारा नहीं भरवा पा रहा है। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री दावा करते हैं कि स्वच्छ भारत के तहत करीब नौ करोड़ शौचालय बनवाये लेकिन एक भी शौचालय में पानी नही है। यह कैसा नीति आयोग का फैसला है यह कैसी योजना है। वास्तविकता यह है कि भाजपा मुश्किल मे है। पहले और दूसरे चरण में अगर खाता भी खुलता भी है तो सात चरण में चुनाव है। भाजपा का दहाई अंक में पहुंचना भी मुश्किल है। गठबंधन के साथ-साथ जनता भी नाराज है। भाजपा नेताओं के भाषण से लगता है कि वह अपने आप में चौकीदार बने जा रहे हैं तो मुख्यमंत्री ठोकीदार बने जा रहे हैं। कहीं ऐसा होता होगा कि जाति देख कर के गोली चलाई जाती होगी ।

सपा अध्यक्ष ने कहा `` मुझे याद है भाजपा के नेता कहते थे कि उनकी सरकार बनेगी तो कोर्ट में जो मुकदमे है वो खत्म हो जायेगे । लोगो को जल्दी ही न्याय मिल जायेगा । कोर्ट में केसो को निपटाने की स्पीड बढ़ जायेगी लेकिन आज पांच साल पूरे होने पर 50 लाख केस ज्यादा बढ़ गए और अगर 50 लाख केस देखे जाये तो वो दलितों,पिछडो ओर अल्पसंख्यको पर ज्यादा मुकदमे लगे हुए है।

उन्होने कहा कि कांग्रेस गठबंधन में नहीं आना चाहती थी और मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस को जरूरत है क्योंकि कांग्रेस का अपना रास्ता है उनकी अपनी समझ है । वह भारतीय जनता पार्टी को रोकना नहीं चाहती । उत्तर प्रदेश में काग्रेंस कैसे मजबूत हो उनका वह लक्ष्य है तो अच्छी अच्छी बात है । श्री यादव ने बताया कि समाजवादी पार्टी,बहुजन समाज पार्टी और आरएलडी का मकसद है कि भारतीय जनता पार्टी ओर उनके सहयोगी दलों को रोका जाये वही कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओ का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश में कैसे काग्रेस पार्टी जिंदा हो जाए तो दोनों के लक्ष्य अलग अलग है इसलिए संभव ही नहीं है कि कांग्रेस हमारे साथ में आना चाहती होगी। उन्होने बताया कि गठबंधन की कोशिश है कि देश में नई सरकार बने और नई सरकार के नए प्रधानमंत्री बने । हम किसी को हटाना नहीं चाहते अगर उनका ट्रैक रिकॉर्ड देखे । नोटबंदी पर कुछ बताना नही चाहते है । जीएसटी को सही ढंग से लागू किये जाने बाद व्यापारी बड़े पैमाने पर नाराज है इसलिए तालकटोरा में व्यापारियों को मनाने की कोशिशें की गई । चाचा शिवपाल सिंह यादव से जुडे हुए सवाल को लेकर उन्होने कहा कि सपा,बसपा और रालोद का मुकाबला भाजपा से है जबकि सत्तारूढ दल भ्रम में है कि उसके मुकाबले कोई दल है ही नहीं। पिछले साल उपचुनाव में गठबंधन ने भाजपा को उसका असली चेहरा दिखाया था जब उसे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के क्षेत्रों की सीट भी गंवानी पड़ी थी।

आजमगढ़ से भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल निरहुआ के सलाह देने के सवाल पर उन्होने कहा कि आजमगढ़ को लेकर भाजपा का जो ट्रैक है । उसमें भाजपा अपने ही जाल में फंस गई। उनके पास अपना नेतृत्व नहीं है इसलिए मुंबई की तरफ देखते है । आज देखो भाजपा जो कहती थी उसके जस्ट आपोजिट काम कर रही है । वैसे भाजपा का दावा है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन मैं यह कह सक सकता हू भाजपा दुनिया वो पार्टी है जो अपने कहे का जस्ट उल्टा करती है ।उन्होने कहा कि कुछ लोकसभा सीटें ऐसी होती है । जहॉ से समाजवादी हमेशा जीतते रहे है या फिर उस विचारधारा से वहॉ के लोग जुड़ जाते है । वो समझते है कि मैनपुरी,इटावा,कन्नौज ,फिरोजाबाद बदायूं के बाद समाजवादियों के सबसे करीब कोई सीट है तो वह आजमगढ़ की सीट है । पिछले चुनाव में नेता जी इस सीट से चुन कर गए थे और नेताजी तो उस सीट से तक जीते जब यह कहा जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी की सुनामी है लहर है ना जाने क्या-क्या लेकिन आज तो ना कोई सुनामी है और ना कोई लहर ।यह सब तो भाजपा ने सिखाया हुआ है । अब तो भारतीय जनता पार्टी की वहां पर गिनती ही नहीं होनी ।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्रीय संसदीय प्रकिया मे एक दूसरे को बधाई दी जाती है और जब संसद का आखिरी दिन होता है तो शिष्टाचार के तौर पर एक दूसरे को इस बात की भी बधाई देते हैं। सब जीत कर आये यह केवल परंपरा थी।

अपनी सरकार पर अपराधियो को संरक्षण देने के सवाल पर उन्होने कहा कि आज मुख्यमंत्री कौन है वो अपनी एफआईआर की कापी भूल गए होंगे । उन्हें देखना चाहिए कि चुनाव आयोग में उन्होंने अपने दस्तावेज जमा किए । कितनी और कैसी कैसी गंभीर धाराएं उनके ऊपर लगी हुई हैं । उनके उपमुख्यमंत्री के ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। राज्य स्तरीय नेताओं की बात तो अलग राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को भी देख ले । उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन है । वो लोग जो अपराध को बढ़ा रहे है । नफरत को बढ़ा रहे है एक दूसरे के दिलो में खाई खोदने का काम कर रहे है उनसे क्या उम्मीद कर सकते है ।

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